Hapur News: जीएसटी संग्रह में जिले को दूसरा स्थान, व्यापारियों की ईमानदारी से मिली उपलब्धि
Hapur News: ऑनलाइन प्रक्रिया से जीएसटी करदाता बढ़ते जा रहे हैं। जनपद में करदाताओं की संख्या के आकड़ो पर नजर डाले तो पहले से बढक़र संख्या अब 16526 तक पहुंच गई है।
Hapur News: उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में जीएसटी संग्रह में लाई जा रही पारदर्शिता और कर जमा करने की ऑनलाइन प्रक्रिया से जीएसटी करदाता भी बढ़ते जा रहे हैं। जनपद में करदाताओं की संख्या के आकड़ो पर नजर डाले तो पहले से बढक़र संख्या अब 16526 तक पहुंच गई है। जीएसटी संग्रह में भी उछाल आ रहा है। राज्य कर विभाग में पिछले चार साल में 748.01 करोड़ रुपये जीएसटी कर जमा हुआ है। साल 2024 की बात करें तो इस वर्ष अभी तक 100 करोड़ रुपये से अधिक जीएसटी जमा हो चुकी है। जनपद में तेजी से नई इकाइयां खुल रही है और व्यापार भी फल फूल रहा है। ई बे बिल से कर चोरी पर लगाम लगी है और व्यापारी वर्ग भी जागरूक हो रहा है। पिछले चार साल में उत्पादन, सेवा, ट्रेडिंग की 10788 नई इकाइयां खुली हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 587 फर्मों ने राज्य कर विभाग में पंजीकरण कराया है।
लक्ष्य से अधिक जीएसटी की संग्रह
राज्य कर विभाग नें जनपद हापुड़ को 2024-25 वर्ष में जून माह तक 115.03 करोड़ रुपए जीएसटी संग्रह करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। अभी तक लक्ष्य की तुलना में राज्य कर विभाग नें बिजनेसमैनो से अभी तक 101.90 करोड़ रुपये जीएसटी वसूली हो चुकी है। जिसके सापेक्ष विभाग नें लक्ष्य से अधिक 31.86 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह किया है। अधिकारियो नें बताया कि निकाय चुनाव में विभाग की गाड़ियों ओर अधिकारीयों को लगाया गया था। जिसके के लिए मोबाइल दस्ते ओर एसआईबी की जाँच भी प्रभावित हो गईं थी। चुनाव समाप्त होने के अधिकारीयों के साथ बैठक कर राज्य कर के काम को गति दी थी। कम समय मिलने के बावजूद भी अधिकारीयों नें बेहतर परिणाम दिया है।
लक्ष्य प्राप्ति में प्रदेश में दूसरे स्थान पर जनपद
राज्य कर विभाग को वित्तीय वर्ष 2024-25 में जून माह तक 115.03 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह करने का लक्ष्य मिला है। जिसके सापेक्ष अभी तक 101.90 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह किया जा चुका है। लक्ष्य के सापेक्ष 88.59 फीसदी लक्ष्य हासिल कर हापुड़ प्रदेश में दूसरे और मंडल में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश में हमीरपुर जिले ने लक्ष्य के सापेक्ष 179.84 फीसदी जीएसटी संग्रह कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
व्यापारियों के ईमानदारी से टैक्स जमा करने से मिली उपलब्धि
राज्य कर विभाग जिला प्रभारी/ उपायुक्त लालचंद नें बताया कि यह उपलब्धि व्यापारियों द्वारा ईमानदारी से टैक्स जमा किए जाने से मिली है। जीएसटी लागू होने के बाद सरकार की ओर से प्रक्रियात्मक सुधार किये जा रहे है। विभाग की तरफ से शिविर लगाकर व्यापारियों को जागरूक कर रहा है। इससे जनपद में करदाताओं की संख्या के साथ जीएसटी संग्रह बढ़ रहा है।