Hapur News: दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लेखपाल का वीडियो वायरल, एसडीएम ने किया निलंबित
Hapur News: लेखपाल के निजी सहायक द्वारा रिश्वत लेने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। तहसील प्रशासन ने इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए आरोपी लेखपाल को तहसीलदार की रिपोर्ट के आधार पर निलंबित कर दिया।
Hapur News: उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में एक लेखपाल के निजी सहायक द्वारा रिश्वत लेने का एक वीडियो शोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। तहसील प्रशासन ने इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए आरोपी लेखपाल को तहसीलदार की रिपोर्ट के आधार पर निलंबित कर दिया। जिससे सरकारी महकमें में हडक़ंप मचा हुआ है। वहीं रिश्वत लेने का वीडियो वायरल होने पर क्षेत्र तरह-तरह की चर्चाएं बनी हुई है। जिससे एक बार फिर अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े हो रहे है।
यह था वायरल वीडियो का मामला
आपको बता दे कि बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से प्रसारित हो रही है। यह वायरल वीडियो हाईवे पर स्थित एक जमीन की खतौनी ठीक कराने के नाम पर लेखपाल साबिर अली अपने निजी सहायक को दस हजार रुपये दिलाता नजर आ रहा है। हाईवे पर रिश्वत लेने की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। वीडियो में साफ सुना जा सकता हैं कि लेखपाल पीडि़त से रिश्वत के संबंध में किसी को बताने से मना कर रहा है। लेखपाल द्वारा कहा जा रहा है कि बड़ो की गलती छोटो को भुगतनी पड़ती है। जिसके बाद वह अपने निजी सहायक को पास बुलाकर दस हजार रुपये दिला रहा हैं।जिससे एक बार फिर रिश्वत लेने के मामले में हडक़ंप मच गया है। क्षेत्र के लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं बनी हुई है। जिससे संबंधित विभाग पर सवाल निशान खड़ा हो रहा है रिश्वत लेने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। जिससे अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर लोगों में रोष व्याप्त है।
तहसीलदार की रिपोर्ट पर लेखपाल निलंबित
इस सबंध में गढ़मुक्तेश्वर सर्किल की एसडीएम साक्षी शर्मा ने बताया कि सोशल मिडिया के माध्यम सें एक लेखपाल के निजी सहायक द्वारा रिश्वत लेने की वीडियो पर वायरल हो रहा हैं जिसका सज्ञान लेकर तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह सें रिपोर्ट मांगी गई थी। रिपोर्ट के आधार लेखपाल साबिर अली को निलंबित कर दिया गया हैं।मामले में विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं ।
रिश्वत के मामले में गढ़ तहसील हैं बदनाम
गढ़ तहसील मुख्यालय में कई तैनात लेखपालों की कई बार वीडियो वायरल हो चुकी है। वहीं निजी सहायकों के माध्यम से रिश्वत लेने का सिलसिला अभी भी जारी है।एंटी करप्शन और विजिलेंस टीम ने छापा मारकर दो लेखपालों को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए दबोचा था। वहीं हाल में ही डहरा रामपुर के एक किसान के दाखिल खारिज कराने के नाम पर 50 हजार की नकदी लेते हुए लेखपाल दबोचा था। वहीं सोशल मीडिया पर कई बार वीडियो भी वायरल हो चुकी है, लेकिन अधिकारीयों द्वारा सस्पेंड की कार्रवाई के बाद फिर कुछ समय बाद बहाल कर देते हैं। जिसके बाद फिर से लेखपालों का निजी सहायकों के माध्यम से रिश्वत का लेन देन का गोरखधंधा शुरू हो जाता है। गढ़ तहसील मुख्यालय रिश्वत के मामले में कई बार बदनाम हो चुका है।