Hapur News: ड्यूटी करें या गाड़ी को धक्का मारें? पुलिस की लचर व्यवस्था के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल
Hapur News: हापुड़ के कई थानों में आज भी पुलिस गश्ती वाले वाहन जर्जर हालत में हैं। ऐसी गाड़ियां कब धोखा दे जाएं इसका कोई ठिकाना नहीं। कुछ ऐसा ही नजारा दिखा जब एक गश्ती गाड़ी सड़क पर खराब हो गई तो उसे धक्का देने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
Hapur News: हम सभी ने अक्सर लोगों को गाड़ी में धक्का मारते हुए देखा है। जब कभी रास्ते पर गाडियां खराब होकर रुक जाती हैं तो उन्हे धक्का मारकर ही आगे बढ़ाया जाता है।पर आम लोग ऐसा करे तो बात समझ में आती है। लेकिन जिनके हाथों में शहर की सुरक्षा की कमान हो और जिन्हें हर समय किसी जरूरतमंद की सहायता के लिए तैयार रहना होता है, अगर उनकी गाड़ी को धक्का लगाना पड़े तो सुरक्षा व्यवस्था की ढिलाई को लेकर बहुत सारे सवाल खड़े हो जाते हैं। हापुड़ जनपद के गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली पुलिस का ऐसा ही एक वीडियो व फोटो सामने आया है, जो हापुड़ में पुलिस के आधुनिकीकरण के तमाम दावों की बोल खोलता है।
35 गाँवो की सुरक्षा का है जिम्मा इस थाना पुलिस पर
दरअसल, हापुड़ जनपद की गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए गश्त पर निकली, लेकिन पुलिस की गाड़ी रास्ते में खराब हो गई। इसके बाद बीच सड़क पर पुलिसवाले गाड़ी से उतरकर गाड़ी को धक्का देन लगे । पुलिसवालों ने गाड़ी से उतरकर 10 मिनट तक धक्का लगाया, लेकिन गाड़ी स्टार्ट नहीं हुई। पुलिस की धक्का मार गाड़ी देखकर हापुड़ पुलिस को आधुनिक बनाने के यूपी सरकार के दावे का पता साफ तौर पर इसे लगाया जा सकता है।
गश्ती वाले वाहन हैं जर्जर हालत में
जाहिर है हापुड़ पुलिस को देखकर तो आप यही कह सकते हैं कि आप हापुड़ पुलिस से मदद की गुहार लगाएं, लेकिन पुलिस समय पर पहुंच जाये, इसकी कोई गारंटी नहीं है। हापुड़ के कई थानों में आज भी पुलिस गश्ती वाले वाहन जर्जर हालत में हैं। ऐसी गाड़ियां कब धोखा दे जाएं इसका कोई ठिकाना नहीं। कुछ ऐसा ही नजारा दिखा जब एक गश्ती गाड़ी सड़क पर खराब हो गई तो उसे धक्का देने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। वायरल फोटो में जो गाड़ी दिखाई दे रही है वह गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली थाना पुलिस की है।
क्या कहते हैं पुलिस की जिम्मदार
गढ़मुक्तेश्वर सीओ आशुतोष शिवम ने जानकारी देते हुए बताया कि, इस सबंध में पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा गया है। वहाँ से पुलिस मुख्यालय को भेजा गया है। मुख्यालय से ही कोतवाली को गाड़ी मिल पाएंगी।