Hapur: SDM के निरीक्षण में खुली पोल, एसटीपी प्लांट बंद देख भड़कीं, जमकर लगाई फटकार
Hapur: एसडीएम की कार को देखते हुए ऑपरेटर के होश उड़ गए, जिसने आनन फानन में बंद पड़े न्याबांस वाले एसटीपी को चालू कर दिया।
Hapur News: प्रदेश के जनपद हापुड़ की गढ़मुक्तेश्वर तीर्थ नगरी के औचक निरीक्षण के दौरान एसटीपी बंद मिलने की पोल खुलने पर एसडीएम का पारा हाई हो गया। एसडीएम ने भड़कते हुए जिम्मेदार अफसरों को जमकर लताड़ लगाई। लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए संबंधित विभाग को पत्र भेजकर कड़ी नाराजगी जताई है।
2011 में मिली थी एसटीपी योजना को स्वीकृति
गंगा एक्शन प्लान के तहत मनमोहन सरकार ने 2011 में गढ़ ब्रजघाट के लिए एसटीपी योजना स्वीकृत की थी। जिसके तहत पचास करोड़ से भी अधिक की लागत में दोनों स्थानों पर भूमिगत सीवर लाइन बिछाकर उससे घरेलू कनेक्शन जोडने के साथ ही ब्रजघाट और गढ़ खादर के गांव नयाबांस में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए थे। इस योजना का असल उद्देश्य पालिका क्षेत्र की आबादी से जुड़े गंदे पानी को ट्रीटमेंट प्लांटों में पूरी तरह साफ सुथरा करने के बाद ही गंगा में डाला जाना था, ताकि गंगा की जलधारा को फिर से निर्मल और अविरल बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर पर जा रही कवायद पर कोई दुष्यप्रभाव न पड़ जाए।
कार को देख एसटीपी प्लांट किया चालू
परन्तु केंद्र सरकार द्वारा इतने बड़े स्तर पर की गईं यह कवायद भी अपेक्षित स्तर पर परवान चढ़ने की बजाए महज औपचारिकता साबित होती चली आ रही। जिसकी सारी असलियत का ख़ुलासा एसडीएम के निरीक्षण के दौरान सामने आया है। एसडीएम की कार को देखते हुए ऑपरेटर के होश उड़ गए, जिसने आनन फानन में बंद पड़े न्याबांस वाले एसटीपी को चालू कर दिया। इसके आलावा एसटीपी पर मात्र एक ऑपरेटर ही तैनात मिला। जिस पर एसडीएम बुरी तरह भड़क गईं।
क्या बोलीं एसडीएम
एसडीएम साक्षी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि एसटीपी बंद होना बेहद ही गंभीर मामला है। एसटीपी बंद होने के विषय में सबंधित विभाग को पत्राचार कर लापरवाही बरतने वाले अधिकारी, कर्मचारी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है।