Hapur: आम को बारिश और कीड़ों से बचा रहा वॉटरप्रूफ बैग, किसानों की आय दोगुनी
Hapur: झमाझम बारिश से आम को बचाने के लिए किसान आम को वॉटरप्रूफ बैग में बंद कर उसका सुरक्षा कवच बनाकर तैयार कर रहे है।
Hapur News: जनपद में आम की बागवानी का एक अलग ही अंदाज नजर आया है। आज के समय में फसलों के जरिये किसान नई-नई तकनीक के जरिये अपनी आय दोगुनी कर रहा है। वहीं जनपद हापुड़ के गांव बहादुरगढ़ में आम को अनोखे तरीके से तैयार किया जा रहा है। झमाझम बारिश से आम को बचाने के लिए किसान आम को वॉटरप्रूफ बैग में बंद कर उसका सुरक्षा कवच बनाकर तैयार कर रहे है।
वॉटरप्रूफ बैग में तैयार हो रहे आम का रंग पीला और गोल्डन पड़ रहा है इसके साथ ही उसका स्वाद भी अन्य आमों से ज्यादा स्वादिष्ट हो रहा है जिस कारण उन आमों को एक अलग ही पहचान मिल रही है। बरसात के मौसम में बारिश और आंधी के कारण पहले किसानां का आम पेड़ से गिरकर टूट जाता था। जमीन और पानी में गिरने के कारण आम खराब हो जाता था जिस कारण किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ता था। नुकसान से बचने के लिए किसानां ने आम को वॉटरप्रूफ बैग में बंद कर उसे सुरक्षित रखना शुरू कर दिया जिस कारण यह आम अपने देश के साथ-साथ विदेशों में भी जा रहा है।
वॉटरप्रूफ बैग से किसानों की आय दोगुनी
आम किसानों की ओर से बाग में किए गए इंतजामों का वीडियो सामने आया तो इस पर चर्चा शुरू हो गई है। कृषि और बागवानी विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार पानी की चोट से आम के फल खराब हो सकते हैं। साथ ही, इसका स्वाद भी फीका हो सकता है। इसलिए, हल्की बारिश तो आम के फसल के लिए लाभकारी होते हैं, लेकिन तेज बारिश से फसल के खराब होने की आशंका रहती है। इस कारण हापुड़ के किसानों ने उपाय किया है। वहां आम की अनोखे तरीके से बागवानी की जा रही है। बारिश से बचाने के लिए किसान आम को वॉटरप्रूफ बैग में रखकर तैयार कर रहे हैं। वॉटरप्रूफ बैग सें फल को बाहरी संक्रमण व डस्ट से बचाती है। आंधी, वर्षा, ओलावृष्टि और कड़ी धूप का प्रभाव भी बहुत ना के बराबर होता है। फलों पर बाहरी दाग नहीं होने से चमक बरकरार रहती है। कीट और रसायन मुक्त होने से पके फल की सेल्फ लाइफ बढ़ जाती है।
बारिश से आम की फसलों को नुकसान
हापुड़ समेत पूरे प्रदेश में मॉनसून की बारिश का प्रभाव दिख रहा है। लगातार तेज बारिश हो रही है। प्रदेश के लगभग सभी इलाकों में बारिश का असर दिख रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश ने अपना प्रभाव बढ़ा दिया है। प्रदेश के आसमान पर काले बादल छाए हुए हैं। उमस का असर दिख रहा है। लेकिन, तेज बारिश की शुरुआत के बाद से लोगों को भीषण गर्मी से निजात मिली है। वहीं, खरीफ फसल के लिए यह मौसम मुफीद माना जा रहा है। धान के बिचरों को इस समय तैयार किया जा रहा है। हालांकि, किसानों का कहना है कि यह मौसम हमारे लिए मुश्किलें लेकर आया है।