Hapur News: अधिकारियों का खेलः चहेते को नहीं मिला टेंडर, तो रोका कार्यादेश
Hapur News: कोशर कांट्रेक्टर प्राइवेट लिमिटेड फर्म की संचालिका नीलम मलिक ने बताया कि नगर पालिका द्वारा इसी वर्ष के फरवरी माह में सफाई कर्मचारियों का टेंडर निकाला था। जिसमें कई फर्म ने निविदा डाली थी।
Hapur News: प्रदेश के जनपद हापुड़ की नगर पालिका के अधिकारियों के चहेते की फर्म को सफाई का टेंडर जारी नहीं हो सका तो, जिस कंपनी का टेंडर जारी हुआ था उसे अधिकारियों ने कार्य करने के आदेश जारी नहीं किए। अब नगर पालिका ने दूसरा टेंडर जारी कर दिया है। जिस पर टेंडर जारी होने वाली फर्म के संचालक ने नगर पालिका के अधिकारियों समेत विभिन्न उच्चाधिकारियों के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। जिसके बाद हड़कंप मचा हुआ है।
पुराने टेंडर जारी करने का आरोप
कोशर कांट्रेक्टर प्राइवेट लिमिटेड फर्म की संचालिका नीलम मलिक ने बताया कि नगर पालिका द्वारा इसी वर्ष के फरवरी माह में सफाई कर्मचारियों का टेंडर निकाला था। जिसमें कई फर्म ने निविदा डाली थी। 25 फरवरी को निविदा को खोला गया, जिसमें से तीन फर्म की नियमानुसार सभी तकनीकी दस्तावेज सही पाए गए थे। 29 फरवरी को वित्तीय बिड खोली गई, जिमें तीनों फर्म के सामान रेट रखे गए थे। जिसके कारण जेम पोर्टल से आटो रन की मदद लेनी पड़ी। जिसमें कोशर कांट्रेक्टर प्राइेट लिमिटेड का टेंडर जारी हो गया था। उन्होंने नगर पालिका के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि उनकी कंपनी का टेंडर जारी होने के बाद भी उन्हें कार्य करने के आदेश जारी नहीं किया गया। जबकि पुराने टेंडर को ही आगे के लिए बढ़ाते चले गए।
फर्म संचालक ने लगाए यह आरोप
उन्होंने आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने अपने चहेते को आगे करते हुए कंपनी के खिलाफ कमीश्नर समेत अन्य अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज करा दी। जिसकी तत्काल जांच भी शुरू हो गई। मामले की जांच शासन तक भी पहुंची, लेकिन उसकी रिपोर्ट आज नहीं आ पाई है। नगर पालिका के अधिकारियों ने शासन को एक बार भी पत्राचार इसका नहीं किया कि जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द भेजी जाए। अब नगर पालिका के अधिकारियों ने सफाई का नया टेंडर जारी कर दिया है। जिसकी अंतिम तिथि 18 सितंबर जारी की गई है। इस संबंध में एसडीएम/ईओ मनोज कुमार ने वार्ता करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल स्वीच आफ था।
बोर्ड बैठक में भी खड़े हुए थे सवाल
हाल ही में नगर पालिका में आयोजित हुई बोर्ड बैठक में सफाई के टेंडर को लेकर कुछ सभासदों ने सवाल खड़े करते हुए हंगामा शुरू कर दिया था। हंगामा इतना आगे बढ़ गया था कि बात हाथापाई तक पहुंच गई थी। कुछ सभासद वर्तमान में चल रहे सफाई के टेंडर के पक्ष में खड़े हो गए थे तो कुछ उसके विपक्ष में खड़े थे। जिस पर सभासदों ने यह भी आरोप लगाया था कि बैठक में प्रस्तावों को बिना पढ़े ही उन्हें पास कर दिया गया था।
इनके खिलाफ डाली गई है याचिका
(1) अपर मुख्य सचिव, प्रदेश सरकार
(2) निदेशक, शहरी विकास
(3) मंडलायुक्त, मेरठ
(4) जिलाधिकारी, हापुड़
(5) हापुड़ विकास प्राधिकरण
(6) नगर पालिका अध्यक्ष
(7) अधिशासी अभियंता, नगर पालिका
(8) साहुल बौद्ध कंपनी के संचालक साहुल बौद्ध।