Hapur: महिलाओं ने संभाली सुरक्षा की कमान, कालोनियों में प्रवेश नहीं कर सकेंगे अनजान
Hapur: साकेत कालोनी की महिलाएं अन्यों के लिए उदाहरण बन सकती हैं। उन्होंने अपनी सुरक्षा की कमान खुद संभालने का निर्णय लिया है। वहीं इसके लिए खर्च भी वह अपने अन्य कार्यों में से कटौती करके करेंगी।
Hapur News: शहर में गढ़ रोड पर स्थित कालोनियों में बाइकर्स का आतंक है। बाइकर्स कालोनियों में अकेली महिलाओं को निशाना बना रहा है। वह महिलाओं के नाजुक अंगों से छेड़छाड़ करके भाग जाता है। अभी तक कालोनियों की 15 से ज्यादा महिलाओं के साथ छेड़छाड़ कर चुका है। इससे आहत महिलाओं ने पहले थाना पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन कोई सहयोग नहीं मिला। वहीं सोमवार दोपहर में महिलाओं ने एसपी से मुलाकात की। उसके बाद देर शाम को महिला मंडल ने अपनी बैठक का आयोजन किया। बैठक में निर्णय लिया गया कि कालोनी में किसी अनजान व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इसके लिए फिलहाल वह मुख्य प्रवेश मार्ग पर एक गार्ड तैनात करेंगी। उसके बाद गेट लगवाया जाएगा। गेट पर दिन और रात में अलग-अलग गार्ड तैनात रहेंगे। इसके लिए महिलाएं अपने घरेलू खर्च में कटौती करके धनराशि खर्च करेंगी।
महिलाओं ने संभाली खुद सुरक्षा की कमान
साकेत कालोनी की महिलाएं अन्यों के लिए उदाहरण बन सकती हैं। उन्होंने अपनी सुरक्षा की कमान खुद संभालने का निर्णय लिया है। वहीं इसके लिए खर्च भी वह अपने अन्य कार्यों में से कटौती करके करेंगी। महिला संगठन का मानना है कि बच्चियों को भयमुक्त माहौल देना जरूरी है। यदि अभी से बेटियों के मन में भय रहेगा, तो वह जीवनभर डरपोक व दब्बू बनकर रह जाएंगे। ऐसे में महिलाओं ने अपने साथ ही बच्चियों की सुरक्षा का जिम्मा खुद संभालने की पहल शुरू कर दी है। इस अभियान का नेतृत्व एक महिला प्रोफेसर कर रही हैं। उन्होंने कालोनी की महिलाओं के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था की योजना तैयार कर ली है। इस पर तत्काल कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।
कालोनियों में बाइकर्स का आतंक
गढ़रोड पर स्थित कालोनियों में बाइकर्स का आतंक है। वह दो महीने में 15 से ज्यादा महिलाओं व छात्राओं पर हमला कर चुका है। बाइकर्स शाम को अंधेरा होने पर ऐसी महिलाओं को निशाना बनाता है, जो अकेली जा रही हैं। सड़कों पर उनके नाजुक अंगों से छेड़छाड़ करके वह भाग जाता है। उसने हाथ में कड़ा पहना हुआ है। ऐसे में कई महिलाओं के ब्लाउज फट गए और छाती पर घाव हो गए। उसकी बाइक के नंबर अपठनीय हैं। महिलाएं इसकी शिकायत पुलिस से कर चुकी हैं, लेकिन हमलावर नहीं पकड़ा जा सका। यह वारदात तीन महीने से चल रही हैं, लेकिन दो सप्ताह से ज्यादा बढ़ गई हैं।
महिलाओं ने संभाला मोर्चा
कालोनियों की महिलाओं ने सुरक्षा की पहल शुरू कर दी है। साकेत कालोनी की महिलाओं ने एक ग्रुप बना लिया है। महिला मंडल के नाम से बनाए गए संगठन की सदस्य व्हाटसएप ग्रुप पर भी जुड़ गई हैं। कालोनी में रहने वाली चिकित्सक, प्रोफेसर, प्रधानाचार्य, उद्यमी, राजनीतिक और घरेलू महिलाएं सभी इसमें शामिल हैं। उन्होंने सोमवार को एसपी से मुलाकात करके क्षेत्र में हो रही वारदातों की जानकारी दी। वहीं कालोनियों में अपनी सुरक्षा का जिम्मा खुद संभालने की पहल शुरू कर दी है।
कालोनी में प्रवेश होगा नियंत्रित
महिला संगठन ने निर्णय लिया है कि कालोनी में अजनबी लोगों का प्रवेश नियंत्रित किया जाएगा। कालोनी में प्रवेश का केवल एक ही मार्ग है। वहां पर गार्ड की तैनाती की जाएगी। वहीं महिलाओं ने प्रवेश मार्ग पर गेट लगवाने का निर्णय लिया है। वहां पर दो दिन और रात के लिए अलग-अलग दो गार्ड की तैनाती की जाएगी।गेट लगवाने और उसके रख-रखाव के साथ ही गार्ड पर आने वाला खर्च महिलाएं खुद वहन करेंगी। नौकरीपेशा महिलाओं के साथ ही गृहणियों ने भी अपने घरेलू खर्च से रुपए निकालकर कालोनी की सुरक्षा पर लगाने का निर्णय लिया है। वहीं कालोनी में कैमरे भी लगावाएं जाएंगे।