हाथरस कांड में CBI जांच कब? CM की सिफारिश के बाद भी नहीं पहुंचा कोई दस्तावेज

हाथरस गैंगरेप मामले में प्रदेश सरकार की ओर से सीबीआई जांच की सिफारिश किए जाने के बावजूद अब तक सीबीआई को इस बारे में कोई औपचारिक पत्र नहीं मिला है।

Update: 2020-10-10 14:26 GMT

अखिलेश तिवारी

लखनऊ। हाथरस गैंगरेप कांड में यूपी पुलिस की जांच पर सवालिया निशान लगने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच कराने का ऐलान तो कर दिया लेकिन अभी तक सीबीआई को इस बारे में कोई पत्र भी नहीं मिला है।

हाथरस काण्ड की होनी है सीबीआई जांच

हाथरस गैंगरेप मामले में प्रदेश सरकार की ओर से सीबीआई जांच की सिफारिश किए जाने के बावजूद अब तक सीबीआई को इस बारे में कोई औपचारिक पत्र नहीं मिला है। शनिवार को सीबीआई के प्रवक्ता ने दिल्ली में इस बात की पुष्टि की है। सीबीआई के अनुसार हाथरस गैंगरेप कांड की जांच के लिए अभी तक उसे नोटिफिकेशन नहीं मिला है। जब तक केंद्र सरकार की ओर से नोटिफिकेशन नहीं मिलता है तब तक सीबीआई की ओर से जांच प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकती है।

सरकार की सिफारिश के बाद भी CBI को अबतक नहीं मिला कोई दस्तावेज

सीबीआई के अनुसार उत्तर प्रदेश का गृह विभाग इस बारे में दिल्ली स्पेशल पुलिस स्टैबलिशमेंट एक्ट की धारा छह के तहत एक नोटिफिकेशन जारी करेगा। इस नोटिफिकेशन के जारी होने के बाद ही केंद्र सरकार का कार्मिक विभाग सीबीआई के लिए नोटिफिकेशन जारी करेगा। कार्मिक विभाग का पत्र मिलने के बाद ही सीबीआई की टीम इस मामले को अपने हाथ में लेगी और शुरुआती पडताल के बाद यह जानने की कोशिश करेगी कि क्या यह मामला इतना गंभीर है और ऐसे तथ्य मौजूद हैं जिनके आधार पर सीबीआई जांच कर सकती है।

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जांच को लेकर उठ रहे सवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब पीडित परिवार से वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी तो पीडिता के पिता ने हाथरस पुलिस और यूपी पुलिस की जांच पर अविश्वास जताया था। उस दिन उन्होंने पीडित परिवार की मदद और पुनर्वास का भी ऐलान किया था।

एसआईटी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के बाद SP समेत कई अधिकारी सस्पेंड

सात दिन पहले एसआईटी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने हाथरस के एसपी और सीओ समेत अन्य अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर दिया था। इस कार्रवाई के बाद ही उन्होंने मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने का भी ऐलान कर दिया था लेकिन एक सप्ताह बीतने के बावजूद अब तक सीबीआई जांच शुरू नहीं हो सकी है।

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एसआईटी जांच पूरी करने की समय सीमा बढ़ी

इस बीच मुख्यमंत्री ने यूपी पुलिस की एसआईटी जांच को पूरी करने की समय सीमा बढा दी है। ऐसे में चारों ओर से सवाल उठ रहे हैं कि आखिर सीबीआई जांच की सिफारिश का क्या हुआ। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी शनिवार को लखनऊ में मीडिया के सामने सवाल उठाया और आरोप लगाया कि योगी सरकार नहीं चाहती है कि हाथरस कांड के दोषियों को सजा मिले। इसलिए सीबीआई जांच कराने का नाटक किया जा रहा है। ऐसे में अब सीबीआई के इस खुलासे के बाद योगी सरकार ही कटघरे में खडी होती दिखाई दे रही है।

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