Hathras Hadsa Update : आखिर कहां गया 'भोले बाबा‌'? मुख्य सेवादार के चार मुख्य सहयोगी, काली स्कॉर्पियो और जहरीला स्प्रे, जानें सब कुछ?

Hathras Hadsa Update : हाथरस में नारायण साकार हरि ऊर्फ भोले बाबा के सत्संग में बीते दो जुलाई को अचानक भगदड़ मच गई थी, जिसमें 122 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद योगी सरकार लगातार एक्शन में है। सरकार ने हादसे की जांच के लिए कमेटियां गठित कर दी हैं।

Report :  Rajnish Verma
Update:2024-07-07 19:30 IST

Hathras Hadsa Update : हाथरस में नारायण साकार हरि ऊर्फ भोले बाबा के सत्संग में बीते दो जुलाई को अचानक भगदड़ मच गई थी, जिसमें 122 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद योगी सरकार लगातार एक्शन में है। सरकार ने हादसे की जांच के लिए कमेटियां गठित कर दी हैं। इस मामले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, हालांकि अभी गिरफ्तारी ऑपरेशन थमा नहीं है। मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर के बाद अब उसके चार मुख्य सहयोगियों की तलाश की जा रही है।

उत्तर प्रदेश पुलिस एक लाख के ईनामी मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार करने के बाद अब उसके चार मुख्य सहयोगियों की तलाश के लिए यूपी, दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य राज्यों में भी छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि चारों मुख्य सहयोगियों के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट लेने की तैयारी है। यही नहीं, सेवादार-आयोजक मंडल के करीब 80 लोग और रडार पर हैं, जिनके लिए अलग-अलग टीमें गिरफ्तारी को लेकर प्रयास कर रही हैं।

चार सहयोगियों की तलाश में जुटी पुलिस

मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर के चार सहयोगी मुख्य हैं, जिन्होंने उसका सहयोग किया है। पुलिस उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों के यहां तलाशी में जुटी हुई है। इसके साथ ही मोबाइल नंबरों को भी सर्विलांस पर लगा दिया गया है। बताया जा रहा है कि इन मुख्य सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद और बड़े खुलासे हो सकते हैं। इसीलिए पुलिस सरगर्मी से उनकी तलाश में जुटी हुई है।

कार्यक्रम के लिए परमिशन ली गई थी

वहीं, इस बीच नारायण साकार हरि ऊर्फ भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बड़ा दावा किया है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हाथरस में सत्संग के आयोजन के लिए 'भोले बाबा' के पक्ष के लोगों ने परमिशन के लिए आवेदन किया था, इसके तहत पुलिस, साउंड, ट्रैफिक और फायर व्यवस्था की अनुमति ली गई थी। यही नहीं, कार्यक्रम स्थल का नक्शा भी परमीशन के लिए लगाया गया था। उन्होंने कहा कि आवेदन के बाद ही मानव मंगल मिलन समागम की अनुमति प्रशासन ने दी थी।


स्कॉर्पियो से आए थे अज्ञात लोग

उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में हादसे को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि यह एक महज झाटना नहीं है, यह सोची समझी साजिश थी। उन्होंने कहा कि यह साजिश 'भोले बाबा' को बदनाम करने के लिए की गई थी । साजिशकर्ताओं ने उन्हें नुकसान पहुंचाने की नीयत से किया था। वकील एपी सिंह का दावा है कि सत्संग स्थल पर 15 से 16 स्कॉर्पियो से पहुंचे थे। ये अज्ञात लोग सीधे पंडाल में पहुंचे और सत्संग सुनने आए लोगों पर जहरीला स्प्रे छोड़ते हुए फरार हो गए। ये स्प्रे गमछे में छिपाकर किया गया। पंडाल के पास एक काली और एक सफेद स्कॉर्पियो खड़ी थी।

'जहरीले स्प्रे' की वजह से हुआ हादसा

वकील ने कहा कि जहरीले स्प्रे के कारण के कारण लोग बेहोश हो गए और गिर पड़े, इस वजह से यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि ये बात सत्संग सुनने गए लोगों ने बताई है, लेकिन पहचान छिपाकर। भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच कर रही है। उन्होंने एसआईटी को पूरा सहयोग किया जाएगा, इसीलिए मधुकर को सरेंडर करवाया है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों को जब जरूरत होगी, नारायण साकार हरि भी सामने आ जाएंगे।

कहां है सूरज पाल उर्फ 'भोले बाबा'

बता दें कि हाथरस घटना के बाद 'भोले बाबा' ने बीते दिन एक वीडियो बयान जारी किया था, इसमें कहा था कि हम 2 जुलाई की घटना के बाद बहुत ही व्यथित हैं, प्रभु हमें इस दुख की घड़ी से उभरने की शक्ति दे। सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें। हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवकारी हैं, उनको बख्शा नहीं जाएगा। इस बयान के बाद ये कयास लगाए जाने लगे कि आखिर सूरज पाल उर्फ 'भोले बाबा' कहां है? वीडियो बयान के बाद उसके समर्थक मिलने के लिए आश्रमों में पहुंच रहे हैं, हालांकि अभी कोई पता नहीं चल सका है कि वह अपने आश्रमों में है या कहीं और? उनके वकील ने भी दावा किया कि जब जांच एजेंसियों को जरूरत होगी, वह सामने आ जाएंगे।

Tags:    

Similar News