Sonbhadra: तपिश ने कई सालों का तोड़ा रिकार्ड, पारा पहुंचा 45 डिग्री, अलर्ट जारी
Sonbhadra News: सोनभद्र में तपिश ने कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को यहां अधिकतम पारा दोपहर दो बजे 45 डिग्री दर्ज किया गया जो अप्रैल माह का सर्वाधिक तापमान है।
Sonbhadra: सोनभद्र में तपिश ने कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को यहां अधिकतम पारा दोपहर दो बजे 45 डिग्री दर्ज किया गया जो अप्रैल माह में दर्ज किया गया अब तक का सर्वाधिक है। तपिश का आलम यह था कि आसमान से बरसती आग और गर्म हवाओं के थपेड़े पूरे दिन लोगों का बदन झुलसाते रहे। सुबह से ही जहां थोड़ी-थोड़ी देर पर गला खुश्क होता रहा। वहीं हर आधे-एक घंटे पर बिजली कटौती का क्रम लोगों को पसीने से तरबतर किए रहा। धूप में निकले लोगों की हालत बीमारों वाली बनी रही। हीटवेव के चपेट में आते लोगों से अस्पताल-क्लिनिक पटे रहे। सबसे ज्यादा फजीहत स्कूली बच्चों की हुई। धूप में चंद मिनट का भी सफर उनके चेहरों की रंगत बदलता रहा। यात्रा में निकले लोग भी पूरे दिन तपिश की मार से छटपटाते रहे।
अप्रैल माह की तपिश शुरूआत से ही नया रिकार्ड बनाने पर आमादा
अप्रैल माह की तपिश शुरूआत से ही नया रिकार्ड बनाने पर आमादा है। एक तरफ जहां अप्रैल के पहले दिन ही 41 डिग्री से उपर पहुंचे पारे ने लोगों को तड़पा कर रख दिया। वहीं उसके बाद से लगातार पारे में उछाल जनजीवन अस्त-व्यस्त किए हुए है। पूर्व के वर्षों में अप्रैल माह में सोनभद्र में अब तक सर्वाधिक 41 डिग्री ही पारे का रिकार्ड दर्ज था लेकिन इस बार 41 नहीं बल्कि उससे चार डिग्री अधिक यानी 45 डिग्री पहुंच गया है। अप्रैल माह में अब महज एक दिन शेष हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की तरफ भी से गंभीर हीटवेव को लेकर चेतावनी जारी है। वहीं मौसम वैज्ञानिकों की तरफ से 47 डिग्री तक पारा पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
शरीर में पानी की न होने दें कमी, बरतते रहें एहतियात
सीएमओ डा. राजेश सिंह ठाकुर (CMO Dr. Rajesh Singh Thakur) कहते हैं कि घर से बाहर निकलते वक्त धूप से बचाव के सभी जरूरी इंतजाम तो बनाए ही रखें, घर में रहते वक्त भी तपिश से बचाव के लिए जरूरी एहतियात बरतते रहने की जरूरत है। चिकित्सक डा. संजय कुमार सिंह कहते हैं कि आवश्यक न हो तो धूप में न निकलें। बीच-बीच में पानी, तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। शरीर में पानी की कमी न होने दें। खान-पानी संतुलित रखें। बासी और गरिष्ठ भोजन से पूरी तरह परहेज करें। किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
जलवायु परिवर्तन का माना जा रहा बड़ा संकेत
पर्यावरण विशेषज्ञ अप्रैल माह में लगातार बढ़ती तपिश और अधिकतम तापमान का आए दिन बन रहे नए रिकार्ड को जलवायु परिवर्तन का बड़ा संकेत मान रहे हैं। पर्यावरण विशेषज्ञ डा. सीमा जावेद कहती हैं कि ग्लोबल वार्मिंग इसका बड़ा कारण है। इसे रोकने और कार्बन उत्सर्जन को रोकने के लिए जनमानस और सरकार दोनों को संजीदगी दिखानी होगी। बता दें कि महज अकेले सोनभद्र में बिजली उत्पादन में रोजाना लगभग पौने दो टन कोयला जलाया जा रहा है। वहीं सोनभद्र और इससे सटे सिंगरौली स्थित दस कोयला खदानों से रोजाना लाखों टन कोयले का उत्खनन किया जा रहा है, जो कार्बन उत्सर्जन का एक बड़ा स्रोत है।
हीटवेव को लेकर अलर्ट
लगातार बढ़ते तापमान और गंभीर हीटवेव की स्थिति को देखते हुए चिकित्सा-पेयजल सहित इससे जुड़ी अन्य सेवाओं को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। उन्हें 24 घंटे क्रियाशील रखने के साथ ही, जिला मुख्यालय और जिला अस्पताल स्थित कंट्रोल रूम को 24 घंटे तत्परता से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम चंद्रविजय सिंह ने बताया कि हीटवेव की स्थिति को देखते हुए सभी संबंधितों-सेवाओं को अलर्ट कर दिया गया है। संबंधित अधिकारियों को स्थिति पर गहन निगरानी और लोगों को त्वरित राहत पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।
देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।