लॉकडाउन में हेल्पलाइन से मदद

लॉकडाउन में एनजीओ और समाजसेवी संस्थाओं समेत अनेक लोग किसी न किसी रूप में जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। लेकिन मरीजों के इलाज में भारी भरकम रकम वसूलने वालों ने मुंह फेर लिया है। अब तक किसी भी नर्सिंगहोम या प्राइवेट अस्पताल की ओर से मदद नहीं की गई है। लेकिन कुछ डॉक्टर सेवा भाव से सामने आ कर सराहनीय काम भी कर रहे हैं।

Update:2020-05-09 20:55 IST

गोंडा : लॉकडाउन में एनजीओ और समाजसेवी संस्थाओं समेत अनेक लोग किसी न किसी रूप में जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। लेकिन मरीजों के इलाज में भारी भरकम रकम वसूलने वालों ने मुंह फेर लिया है। अब तक किसी भी नर्सिंगहोम या प्राइवेट अस्पताल की ओर से मदद नहीं की गई है। लेकिन कुछ डॉक्टर सेवा भाव से सामने आ कर सराहनीय काम भी कर रहे हैं।

ऐसे ही एक डॉक्टर हैं गोंडा के हृदय रोग विशेषज्ञ डा. पंकज कुमार श्रीवास्तव जिन्होंने डाक्टरों की टीम के साथ बेबसाइट बनाकर हेल्पलाइन शुरू की है। लाखों लोग उनके वेबसाइट और हेल्पलाइन के द्वारा टेलीफोनिक सम्पर्क करके चिकित्सक और मनोवैज्ञानिकों से निःशुल्क परामर्श लेकर लाभ उठा चुके हैं।

 

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डा. पंकज कुमार श्रीवास्तव ने अपनी बेबसाइट के माध्यम से मनोवैज्ञानिक, होम्योपैथिक, बाल विशेषज्ञ, किडनी विशेषज्ञ, ईएनटी, आयुर्वेदिक, योग चिकित्सक, दंत चिकित्सक, स्त्री रोग विशेषज्ञ और मधुमेह विशेषज्ञों की टीम बनाई है। उन्होंने लॉकडाउन में चिकित्सकों तक न पहुंच पाने वाले रोगियों को परामर्श के लिए निःशुल्क हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया है। उनकी टीम लोगों को सोशल मीडिया, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से घर बैठे उचित परामर्श, औषधि की जानकारी देती है।

हृदय रोग विशेषज्ञ डा. पंकज श्रीवास्तव, डिवाइन हार्ट हास्पिटल लखनऊ के मेडकिल डायरेक्टर हैं। उन्होंने विवाह नहीं किया है। उनका कहना है कि परिवार में बंध कर समाजसेवा कठिन हो जाती है। उन्होंने वर्ष 2011 में जैनस इनीशिएटिव्स संस्था की स्थापना की। इस संस्था के माध्यम से वह कक्षा एक से लेकर उच्च शिक्षा में बेहतर अंक हासिल करने वाले गरीब मेधावियों को एक हजार के हिसाब से तीन वर्षों तक छात्रवृत्ति भी दे रहे हैं। इसके तहत उन्होंने अब तक सौ अधिक छात्रों का चयन किया है। चिकित्सीय पेशे से कमाई रकम से ही संस्था का संचालन होता है।

डॉक्टर श्रीवास्तव को राष्ट्रपति कलाम, श्रीश्री रवि शंकर समेत कई गणमान्य लोगों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।

लाखों लोगों ने उठाया लाभ

डा. पंकज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि उनकी निःशुल्क हेल्प लाइन से गोंडा, बलरामपुर, बहराइच के साथ-साथ पूरे भारत के एक लाख से आधिक लोगों ने लाभ उठाया है।

काफी लोगों को कोरोना वायरस होने के भय को दूर करने के लिये फोन किया। कुछ लोगो ने नींद न आने, घबराहट और अपने गुस्से को काबू रखने के लिये भी सलाह मांगी।

हृदय रोग के साथ साथ ब्लड प्रेशर मधुमेह एवं कैंसर से सम्बंधित जानकारी भी लोगों ने ली।

 

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10 हजार मरीजों का किया निःशुल्क इलाज

पैसे की कमी से तमाम बीमार लोगों का उपचार नहीं हो पाता है। ऐसे मरीजों के लिए दो साल पहले शुरू हुई निःशुल्क चिकित्सा शिविर की पहल से अब तक दस हजार लोगों का इलाज हुआ है। इसके अलावा स्कूल हेल्थ कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। इसके तहत पांच वर्षों में उनका 03 से 10 वर्ष आयु के 10 लाख स्कूली बच्चों का हेल्थ डाटा तैयार करने का लक्ष्य है।

10 हजार बच्चों को बांटा हाइजीन किट

गांवों में स्वास्थ्य जागरुकता शिविरों के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करने के साथ ही उन्होंने अब तक गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, लखनऊ और गोरखपुर जिले में 10 हजार से अधिक बच्चों को हाइजीन किट बांटा है। इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को रहन सहन के तौर तरीके, स्वच्छता के फायदे बताया जाता है। संस्था द्वारा गोद लिए गांव में स्वस्थ गांव-सुंदर गाव के नारे के साथ वह हर रोग के डाक्टरों की टीम के साथ कैंप लगता है।

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