ये काशी है भईया! यहां गुरु पूर्णिमा में हिंदू-मुस्लिम मिलकर उतारते हैं आरती
काशी में गुरुपर्व पर गुरु पूजन के अलग भाव देखने को मिले । यहां हिन्दू गुरु का पूजन मुस्लिम महिलाओं ने किया। गंगा जमुनी तहजीब के शहर बनारस में गुरु पूर्णिमा पर्व पर सांप्रदायिक सौहार्द की तस्वीर देखने को मिली। मुस्लिम महिलाएं पातालपुरी मठ में पहुंची और अपने गुरु का पूजन कर और आरती उतारकर साम्प्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया।
वाराणसी: कहते हैं कि गुरु का पद जाति भेदभाव सबसे ऊपर होता है। काशी में गुरुपर्व पर गुरु पूजन के अलग भाव देखने को मिले । यहां हिन्दू गुरु का पूजन मुस्लिम महिलाओं ने किया। गंगा जमुनी तहजीब के शहर बनारस में गुरु पूर्णिमा पर्व पर सांप्रदायिक सौहार्द की तस्वीर देखने को मिली। मुस्लिम महिलाएं पातालपुरी मठ में पहुंची और अपने गुरु का पूजन कर और आरती उतारकर साम्प्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया।
ये भी देखें:ड्राइविंग लाइसेंस के वेरिफिकेशन के लिए अब नहीं पड़ेगी इस प्रोसेस की जरुरत
धर्म के नाम पर सियासत करने वालों को जवाब
ये भी देखें:मुंबई में 4 मंजिला इमारत गिरी, कई लोगों की दबने की आशंका
देश मे जाति के नाम पर राजनेता हमेशा से अपनी राजनीतिक रोटी सेंकते आ रहे हैं। मुस्लिम महिलाओं ने गुरु पूजन कर गुरु से साम्प्रदायिक प्रेम का आशीर्वाद लिया और धर्म के नाम पर राजनीति करने वालो को करारा जवाब दिया। काशी में मुस्लिम महिलाओं की गुरु आरती की चर्चा है लेकिन जरूरत है, ऐसे ही प्रयास की जो आने वाले दिनों में साम्प्रदायिक भेदभाव करने वालो को आइना दिखाने में मददगार साबित हो।