राजनाथ सिंह बोले- सिंधी समाज की लंबे समय से मांग आज हमने पूरी की

केन्द्रीय गृहमंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ आये हुए हैं। आज (21 जनवरी) उन्होंने राजधानी के आलमबाग वीआईपी रोड स्थित शिव शांति आश्रम में सिंधी समाज के नागरिकों को नागरिक प्रमाण पत्र बांटे।

Update:2018-01-21 17:33 IST

लखनऊ: केन्द्रीय गृहमंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ आए हुए हैं। आज (21 जनवरी) उन्होंने राजधानी के आलमबाग वीआईपी रोड स्थित शिव शांति आश्रम में सिंधी समाज के नागरिकों को नागरिक प्रमाण पत्र बांटेंगे। कार्यक्रम में मेयर संयुक्ता भाटिया, डीएम कौशलराज शर्मा समेत कई बड़े शामिल रहे।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, कि 'आप सबकी जो लंबे समय से मांग थी, आज हमने उसे पूरा किया। दूसरे देशों से आए सिंधी समाज के लोगों ने भारत में नागरिकता की मांग की थी। जब मैं गृह मंत्री बना था तभी मैंने कहा था कि मैं ये काम करूंगा। अगर कोई कानूनी अड़चन आएगी तो उसे दूर करूंगा। उन्होंने कहा, ये विडंबना है कि पकिस्तान ने कुछ नियमों का उल्लंघन किया। पाकिस्तान में रहने वाला सिंधी हो या ईसाई या कोई भी अल्पसंख्यक हो, सबके साथ भेदभाव किया जाता है।

एक समिति इस पर रिपोर्ट दे रही है

राजनाथ सिंह ने कहा, 'मैंने अटॉर्नी जनरल को बुलाया। उनसे पूछा, कि इस काम को कैसे किया जा सकता है। उन्होंने मुझे रास्ता बताया। केवल पासपोर्ट रूल में संशोधन करके उन्हें लॉन्ग टर्म वीजा देने का काम किया। मैंने कहा, जो लोग दूसरे देश से धार्मिक उत्पीड़न या अन्य कारणों से यहां आए सबको भारतीय बनाएंगे। अभी एक कानून पास होना है। जिस दिन संसद के दोनों सदनों से पास होगा, ये कानून बन जाएगा। एक समिति इस पर रिपोर्ट दे रही है। जैसे ही कानून बनेगा, 2014 दिसम्बर से पहले आए विस्थापित भारतीय हो जायेंगे।'

अब बचा क्या?

राजनाथ सिंह ने आगे कहा, कि 'अगर आपके पास लॉन्ग टर्म वीजा है, तो आप अपनी दुकान खोल सकते हैं, शिक्षा ले सकते हैं, भारत के किसी भी राज्य में जा सकते हैं। सभी सुविधाएं लॉन्ग टर्म वीजा में दे दी हैं। अब बचा क्या? अब सीधे डीएम को ये अधिकार प्राप्त है कि वो आपको नागरिकता दे सकते हैं।' केंद्रीय गृह मंत्री बोले, 'अब जिस किसी का लॉन्ग टर्म वीजा रह गया है, हमें सूचित करें एक हफ्ते में आपको एलटीए मिलेगा।' बस आप जरूरी शर्तें पूरी करते हों।'

ज्यादातर लोग मुझे सिंधी समझते हैं

इसके बाद मेयर संयुक्ता भाटिया ने कहा, कि 'मैं केंद्रीय गृह मंत्री को इस काम के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूं। उनके इस काम की जितनी सराहना की जाए कम है। ज्यादातर लोग मुझे सिंधी समझते हैं। बड़ा प्यार मिलता है सिंधी समाज से। आपलोगों में से जिन्हें लॉन्ग टर्म वीजा मिला है, उन्हें बधाई। ये ऐतिहासिक पल है।'

आज का दिन ऐतिहासिक है

इस मौके पर डीएम कौशलराज शर्मा ने कहा, कि 'आज का दिन ऐतिहासिक है। किसी भी व्यक्ति की पहली पहचान उसकी मातृभूमि होती है। कई साल पहले भारत आने के बावजूद कई ऐसे लोग हमारे बीच हैं जिनकी नागरिकता भारतीय नहीं हुई थी। आज जब केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाएगा तो वो कानूनन तौर पर भारतीय हो जाएंगे। इसके चलते इनकी विधिक पहचान न होने से इनके बहुत काम रुके थे।'

एक शक्ति सीधे डीएम को दी गई

उन्होंने कहा, भारत सरकार द्वारा एक आदेश किया गया कि जो उनकी एक शक्ति थी नागरिकता पर निर्णय लेने की। जिसमें से एक शक्ति सीधे डीएम को दी गई।उसमें साफ लिखा था कि ऐसे कोई भी अल्पसंख्यक जो अफगानिस्तान-पाकिस्तान से आए हैं और इस देश की नागरिकता के लिए जरूरी सभी शर्तों को पूरा करते हैं, उन्हें नागरिकता सीधे डीएम दे सकते हैं। इसी का परिणाम है कि आज हम 55 विस्थापितों को नागरिकता प्रमाण पत्र दे पा रहे हैं।

डीएम कौशलराज शर्मा के मुताबिक अभी कुछ लोगों की फाइल अपूर्ण होने के चलते उनको पत्र निर्गत नहीं किया जा रहा है। इनमें 20 लोगों का आवेदन पत्र नही, 5 मामलों में आईबी रिपोर्ट अप्राप्त है और 32 लोगों की मूल पत्रावली अप्राप्त है। एलटीवी (दीर्घ कालीन वीजा) के आधार पर भारतीय नागरिकता पाने के लिए आवेदन करने वाले 192 निर्वासित हिंदुओं में से 55 आवेदकों को पहले चरण में भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र के लिए चुना गया है।

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