लखनऊ: दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शनिवार को हंगामा हो गया। उनके समर्थकों ने सवाल पूछने पर एक पत्रकार को बाहर निकाल दिया। एक होटल में हो रही प्रेस कॉन्फेंस में मौलाना बुखारी यूपी में मुसलमानों के हालात को बयां कर रहे थे। बुखारी ने कहा कि सपा को चुनाव में जीत दिलाने के बाद मुसलमान खुद को ठगा महसूस कर रहा है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मुसलमानों से किए वादाें को पूरा नहीं किया है। अगर वादे पूरे नहीं हुए तो 2017 के विधानसभा चुनाव में मुसलमान सपा को वोट नहीं देगा। उन्होंने आजम खान का नाम लिए बिना कहा कि अपने ही कुछ लोग सपा में हैं जो मुसलमानों की जड़ खोद रहे हैं।
बुखारी ने और क्या कहा ?
-मुसलमानों की बैठक में प्रस्ताव पारित कर सपा सरकार को वायदे पूरे करने के लिए तीन महीने का समय दिया गया है।
-वायदे पूरे नहीं हुए तो विधानसभा के 2017 के चुनाव में मुसलमान सपा से अलग हो जाएंगे।
-मौलाना ने अपनी बात रखी तो सवाल शुरू हुए, एक जनर्लिस्ट ने पूछा कि अापके कितने उलेमा हैं।
-इप पर बुखारी के सपोर्टर बिगड़ गए और पत्रकार को खींच कर बाहर ले जाने लगे।
-इसी बात पर हंगामा हो गया। हालांकि पत्रकार को खींचकर बाहर ले जाने वाले लोग फरार हो गए।
-पत्रकार ने कहा वे इसकी रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराएगा ।
उलेमाओं और धर्म गुरुओं ने क्या कहा?
-लखनऊ में उलेमाओं और धर्म गुरुओं ने अहमद बुखारी की इस सस्ती राजनीति की निंदा की है।
-आसिफी मस्जिद के इमाम मौलाना कल्वे जव्वाद ने कहा कि बुखारी हर चुनाव के पहले मुसलमानों के मसलों को सामने लाते हैं।
-लेकिन उसे हल कराने की कोशिश नहीं करते निजी फायदा होते ही वे खामोश हो जाते हैं।
-ऐशबाग ईदगाह के इमाम खालिद रशीद फरंगी महली ने सपा सरकार की तारीफ की।
-उन्होंने कहा कि इस सरकार में मुसलमानों का फायदा हुआ है। मौलाना बुखारी का दौरा सियासी है।