यूपी महिलाओं व बच्चियों के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित: अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी को महिलाओं व बच्चियों के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित करार देते हुए कहा है कि भाजपा राज में महिलाओं...

Update:2020-02-12 22:04 IST

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी को महिलाओं व बच्चियों के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित करार देते हुए कहा है कि भाजपा राज में महिलाओं व बच्चियों को रोज अपमानित किया जा रहा है। सीएए के विरोध में धरना दे रही महिलाओं के प्रति उत्पीड़न की कार्यवाहियां हो रही हैं।

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उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में राज्यपाल महिला होते हुए भी महिलाओं के प्रति भाजपा सरकार द्वारा बर्बरता पूर्ण व्यवहार होना पूर्णतया अलोकतांत्रिक एवं दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य है। सपा अध्यक्ष ने बुधवार को कहा कि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश में कुछ भी ठीक नहीं है और राज्यपाल को महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म, हत्या और लूट की घटनाओं का संज्ञान लेकर संवैधानिक दायित्व का निर्वहन करना चाहिए।

सीएए, एनपीआर, एनआरसी के विरूद्ध जनता में व्यापक आक्रोश है-अखिलेश

अखिलेश ने कहा कि सीएए, एनपीआर, एनआरसी के विरूद्ध जनता में व्यापक आक्रोश है। भाजपा जिस तरह समाज को बांटने की साजिशों में लगी है उसका पूरे देश में विरोध हो रहा है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ, इटावा, प्रयागराज, मुरादाबाद, कानपुर और अन्य कई शहरों में महिलाएं बड़ी तादाद में धरना-प्रदर्शन में शामिल हो रही हैं। उनके विरूद्ध शासन-प्रशासन द्वारा लगातार उत्पीड़न की कार्यवाहियां की जा रही है।

लखनऊ में ठंड से कांपती महिलाओं से कम्बल छीन लिए जाते हैं। आजमगढ़, इटावा, कानपुर में महिलाओं पर लाठियां बरसाई जाती हैं। बड़ी तादाद में महिलाओं की गिरफ्तारियां हो रही है। धरने में शामिल महिलाओं के घरों में नोटिस जारी कर भयभीत किया जा रहा है। निर्दोषों को फर्जी केस में फंसा कर जेल भेजा जा रहा है।

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सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा राज में महिलाओं के दुखदर्द की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। निर्दोष महिलाओं को फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है। बच्चों तक पर मुकदमें कायम किए जा रहे हैं।

 

सरकार की क्रूरता की हद तो यह है कि नाबालिग बच्चों को भी जेल भेजा जा रहा है। धरने पर बैठी महिलाओं को भोजन-पानी पहुंचाने वालों के खिलाफ भी कार्यवाही हो रही है। पुलिस का व्यवहार बहुत अनैतिक और निर्ममतापूर्ण है।

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