‘सुरक्षाबलों को जानें’ प्रदर्शनी में लगे हथियारों से जाने सेना की शौर्य गाथा
लखनऊः कारगिल युध्द में दुश्मन के बंकरो को नेस्तनाबूत करने वाली बोफोर्स तोप, लेज़र युक्त टी -72, ए के 47 और चहलकदमी करते आर्मी के जवान। हम आपसे किसी जंग का ज़िक्र नहीं कर रहे, बल्कि लखनऊ के दिलकुशा गार्डन में चल रही अपने 'सुरक्षाबल को जाने' प्रदर्शनी के बारे में बताने जा रहे है। आज़ादी की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर आर्मी की तरफ से सेना की शौर्य गाथा में शामिल सैन्य हथियारों से रूबरू करवाने के लिए आम जनता के लिए प्रदर्शनी की शुरुआत की गई है।
जवानों से समझे हथियारों के गुर
राजधानी में चल रही दो दिन की इस प्रदर्शनी में आम जनता ने न सिर्फ दुश्मन के दांत खट्टे करने वाले इन उपकरणों को देखा बल्कि इन हथियारो को हाथ में लेकर इनकी खासियत भी जानी। प्रदर्शनी में आए बच्चे हाथो में सेना की बंदूक और आंख निशाने पर रख कर आर्मी पोज़िशन में नज़र आए तो महिलाओं ने भी टैंकर पर बैठ कर फोटो खिंचवाई। तो वही यूथ्स ने लड़ाकू टैंकर के अंदर बैठ कर सेना के जवानों के जज़्बे को समझा।
इन हथियारों का है क्रेज
इस मेले में जवानों के पास मौजूद 5.56 एम एम की इंसास, 7.62 एम एम मीडियम मशीनगन के साथ संदिग्ध तरीके से घूम रहे किसी भी इंसान को पांच किलोमीटर दूर से भी वाले बैटल फिल्ड सर्विलांस रडार, 122 एमएम गन वाली बोफोर्स तोप और 30 एम एम एजीएल क्षमता वाला ग्रेनेड मोर्टार आकर्षण का केंद्र बने हुए है।