यूपी: कई शहरों में रोकी गई इंटरनेट सेवाएं, कंट्रोल रूम से सैकड़ों लोग कर रहे मॉनीटरिंग

खासकर सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है। सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान को रोकने के लिए यूपी के कई शहरों में इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई हैं।

Update: 2019-11-09 05:03 GMT
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अयोध्या: राम मंदिर विवाद पर आज कुछ ही क्षणों में सर्वोच्च न्यायालय फैसला सुनाने वाला है, जिसको ध्यान में रखते हुए पूरे यूपी में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

खासकर सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है। सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान को रोकने के लिए यूपी के कई शहरों में इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई हैं।

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उत्तर प्रदेश को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है। राज्य के हर जिले में भारी पुलिस फोर्स तैनात है। केंद्र ने उत्तर प्रदेश की मदद के लिए 4000 अर्द्धसैनिक बल भेजे हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने 40 कंपनी अतिरिक्त सुरक्षा बल उत्तर प्रदेश को उपलब्ध कराए हैं। उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर आदि संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

यूपी पुलिस के एडीजी आशुतोष पांडेय ने कहा कि अयोध्या में अर्धसैनिक बल, आरपीएफ, पीएसी की 60 कंपनियों और 1200 पुलिस कॉनस्टेबल, 250 सब-इंस्पेक्टर, 20 डिप्पी एसपी और 2 एसपी तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा निगरानी के लिए डबल लेयर बैरिकेडिंग, 35 सीसीटीवी और 10 ड्रोन लगाए गए हैं।

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व्हॉट्सऐप ग्रुप में भ्रामक मैसेज का जिम्मेदार होगा एडमिन

पुलिस ने सोशल मीडिया को लेकर गाइड लाइन जारी किया है। इस गाइड लाइन में कहा गया कि अगर कोई भ्रामक मैसेज व्हॉट्सऐप ग्रुप में डालता है तो उसके लिए एडमिन को जिम्मेदार माना जाएगा और उसके खिलाफ

कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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