Jalaun: 'गोवंश को सर्दी से बचाने के लिए हो पुख्ता इंतजाम, संवेदनशीलता से करें सहयोग', बोले कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह

Dharampal Singh News: कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, 'बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण के गठन के बाद औद्योगीकरण की राह पर तेजी से बढ़ रहा है। अब बुंदेलखंड बदल रहा है, पशुपालन के माध्यम से भी किसानों की आय में वृद्धि हो रही है।

Report :  Afsar Haq
Update:2023-12-04 21:02 IST

Jalaun News: यूपी के जालौन में योगी सरकार में पशुधन, दुग्ध विकास के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह (Dharampal Singh) ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ सोमवार (04 दिसंबर) को विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। विकास भवन के रानी लक्ष्मीबाई सभागार में समीक्षा बैठक हुई। उन्होंने कहा कि, 'सर्दी के मौसम में गोवंशों के लिए पर्याप्त इंतजाम होने चाहिए। सर्दी से किसी गोवंश की मौत न हो। निराश्रित गोवंश को आश्रय स्थलों में संरक्षित करने का काम सरकार कर रही है। आप सभी अपनी जिम्मेदारी का बेहतर ढंग से निर्वहन करें'।

बता दें देर शाम एक दिवसीय दौरे पर जालौन पहुंचे प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ने समीक्षा बैठक में कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा, कि '31 दिसम्बर तक निराश्रित गोवंश को आश्रय स्थलों में संरक्षित करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इस कार्य में किसी भी अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा किसी भी स्तर पर लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह कार्य मिशन मोड में अभियान चलाकर शत-प्रतिशत पूर्ण किया जाना है।'

'सभी संवेदनशीलता के साथ सहयोग करें'

कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, 'यदि संबंधित अधिकारी निर्धारित अवधि में अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं करता है और निराश्रित गोवंश किसानों के खेतों, सड़कों, गांव या नगर कस्बों की गलियों में विचरण करते हुए पाया जाता है तो गोवंश को काजी हाउस भेजा जाए। उन्होंने गौशाला के उचित प्रबंधन के लिए चेयरमैन, ब्लाक प्रमुख व प्रधान जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ सहयोग करें।'

मंत्री धर्मपाल बोले- सर्दी से बचाव के हों पर्याप्त इंतजाम

कैबिनेट मंत्री ने विशेष सचल दस्ते, ट्रैक्टर एवं कैटल कैचर की सहायता लेने के निर्देश दिए। साथ ही कहा, आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे हरा चारा, भूसा, टीनशेड, विद्युत आपूर्ति, पेयजल एवं उपचार व सर्दी से बचाव आदि की पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित किए जाए।'

'किसान पशुपालन पर दें जोर'

उन्होंने आगे कहा, किसानों की आय दोगुनी हो, इसके लिए खेती पर ही निर्भर नहीं रहना है। इसके लिए किसान भाई पशुपालन कर आय दोगुनी कर सकते हैं। इसके लिए कार्य योजना बनाकर किसानों को प्रेरित करें, जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके। कहा कि, प्राचीन भारत में गौशाला, पाठशाला, व्यायामशाला व यज्ञशाला किसानों की अर्थव्यवस्था का आधार होती थी। उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश सरकार लगातार किसानों के हित में कार्य कर रही है।'

बुंदेलखंड औद्योगीकरण की राह पर तेजी से बढ़ा

कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, 'बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण (Bundelkhand Development Authority) के गठन के बाद औद्योगीकरण की राह पर तेजी से बढ़ रहा है। अब बुंदेलखंड बदल रहा है, पशुपालन के माध्यम से भी किसानों की आय में वृद्धि हो रही है।' इस दौरान जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक ईरज राजा, मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र त्रिपाठी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी निर्मल कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी राम अयोध्या प्रसाद गुप्ता आदि अधिकारी मौजूद रहे।


ठिठुर रहे गोवंश का सहारा बनें- अंकित शुक्ला

राष्ट्रीय सैनिक छात्र सेवा परिषद संस्थापक/अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने भीषण ठंड को देखते हुए जनपद भर के आवारा पशु व गोवंश का सहारा बनें हजारों गौवंश को ठंड से बचाने के लिए कंबल रजाई बोरा झूल बहना कर ठंड से बचाया। संस्था अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने कहा कि, हर कोई ठिठुर रहा है। गर्म कपड़ों में भी ठंड नहीं थम रही। ऐसे में जिले में बनी अस्थायी गोशालाओं में रहने वाले गोवंश भी बेहाल हैं। टीनशेड और तिरपाल के नीचे रह रहे गोवंश भी ठंड से ठिठुर रहे हैं। कुछ तो ठंड लगने से बीमार भी हो गए हैं। अंकित शुक्ला ने जिले में इन अस्थायी गोशालाओं की जांच पड़ताल की तो हकीकत अस्थायी गोशाला में प्रतिदिन सैकड़ों गोवंश ठंड से पीड़ित होकर मर रहे हैं। 

ठंड से बचाने के लिए अंकित शुक्ला ने गोवंशों को सीमेंट की चादर वाले पक्के छह बरामदों में रखा और हवा ठंड रोकने के लिए रात में तिरपाल लगवाया। गोवंश को रंजाई कंबल से उन्हें ठंड से बचाया जा रहा। अंकित शुक्ला ने आगे बताया कि, जिले व प्रदेश में सभी गौशालाओं का निरीक्षण करेंगे। सड़क पर घूम रहे आवारा गोवंश को ठंड से बचाएंगे। उन्हें उपचार सुविधा देंगे।

अंकित शुक्ला ने आगे बताया कि, किसी भी गौशाला में ठंड से पीड़ित होकर गोवंश मरे तो उनकी खैर नहीं क्योंकि गौशालाओं के कर्मचारी से लगाकर अधिकारी तक अपनी जेब गर्म कर रहे हैं गोवंश की रक्षा नहीं कर रहे हैं आए दिन का आंकड़ा देखा जाए तो हर एक जनपद से हजारों की तादाद में गोवंश मर रहे हैं और अधिकारी अपनी जेब गर्म करने में लगे हैं अंकित शुक्ला ने बताया कि अगर अधिकारी से काम नहीं हो पा रहा है तो हमारी टीम का भी सहयोग ले सकते हैं जिससे कि जो निस्वार्थ सेवा के लिए काम करेगी वह कुछ वर्षों में नहीं कर पाए वह कुछ माह में करके दिखा सकते हैं क्योंकि अधिकारियों के कर्मचारी को गोवंश की सेवा करनी नहीं आती उन्हें सिर्फ अपनी जेब गर्म करनी आती है।

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