एक ट्रक पत्थर और 2000 पत्थरबाज लेकर कश्मीर रवाना होगा संतों का जत्था, पीएम से की बगावत
कश्मीर घाटी में आतंकवाद से जूझ रहे सेना के जवानों की सहायता के लिए शंतों और कार्यकर्ताओं का एक जत्था जम्मू- कश्मीर के लिए रवाना हो रहा है।
कानपुर: कश्मीर घाटी में आतंकवाद से जूझ रहे सेना के जवानों की सहायता के लिए संतों और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं का एक जत्था जम्मू- कश्मीर के लिए रवाना हो रहा है। हिंदूवादी संगठन के एक संत ने कहा कि वो एक ट्रक पत्थर और 2000 पत्थरबाज लेकर रविवार को कश्मीर के लिए रवाना होंगे।
कार्यकर्ताओं को पथराव से निपटने के लिए ट्रेनिंग भी दी गई है। जिसका एक वीडियों भी सामने आया है। वीडियों में साफ दिख रहा है कि कार्यकर्ताओं को किसी तरह पत्थरबाजों से निपटने के लिए उनके पुतलों पर पत्थरों से निशाना लगाया जा रहा है।
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पीएम से मांगी थी इजाजत
जनसेना के प्रमुख चेतन महापुरी ने इस मुहिम को युद्ध विजय यज्ञ नाम दिया है। उन्होंने कहा कि हमने पीएम नरेंद्र मोदी से इजाजत मांगी थी कि कश्मीर में हमें पत्थरबाजों से दो-दो हाथ कर जवानों का हौसला बढ़ाने दिया जाए, पीएम ने हमें अनुमति नहीं दी। वहीं जिला प्रशासन से भी इसकी इजाजत नहीं दी गई है।
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भारत की एकता को नुकसान पहुंचा
चेतन महापुरी ने कहा कि हमें परिणामों की परवाह नहीं। हम बगैर किसी की अनुमति के आगे बढ़ेंगे। वहीं अगर हमें रोका गया, तो हम अपने-अपने स्तर पर वहां जाकर फिर से एकजुट हो जाएंगे। कश्मीर में पत्थरबाजी कर भारत की एकता को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।