Jaunpur: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी घटने के बाद दवाओं का किया जाए छिड़काव, डीएम ने दिए आदेश
Jaunpur: डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल स्तर घटने के बाद पर्याप्त मात्रा में कीटनाशक दवाओ का छिड़काव किया जाए।
Jaunpur: कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति (district health committee) की बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं के प्रगति की जानकारी लेने के साथ जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा (District Magistrate Manish Kumar Verma) ने कोविड टीकाकरण में प्रगति लाने को कहा। प्रतिदिन के प्रिकाशन डोज के लिये जो लक्ष्य दिया गया हैं, लक्ष्य की प्राप्ति के लिये कार्ययोजना बनाकर कोविड प्रिकाशन डोज (Covid Publication Dose) का टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में कीटनाशक दवाओ का किया जाए छिड़काव
उन्होंने आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत गोल्डन कार्ड बनाने में तेजी लाने को कहा। उन्होने कहा कि इन योजनाओ में कम प्रगति लाने वाले एमओआईसी से स्पष्टिकरण मांगने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी सहित मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में पानी का जल स्तर घटने के बाद प्रभावित ग्रामों में पर्याप्त मात्रा में कीटनाशक दवाओ का छिड़काव एवं संक्रामक बीमारियों के रोकथाम हेतु प्रत्येक पीएचसी स्तर पर पर्याप्त मात्रा में जीवनोपयोगी दवाईयों की उपलब्धतता सुनिश्चित किया जाय और बाढ़ वाले क्षेत्रो में चिकित्सकों टीम भेजकर प्रभावित के स्वास्थ्य का परीक्षण कराया जाए।
एएनसी पंजीकरण के कम प्रगति पर जिलाधिकारी ने जताया असंतोष
समीक्षा के दौरान एएनसी पंजीकरण के कम प्रगति पर जिलाधिकारी द्वारा असंतोष व्यक्त करते हुये समस्त अधीक्षक/प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया कि गर्भवती महिलाओं का चिन्हीकरण करते हुये एएनसी पंजीकरण की प्रगति बढ़ायी जाय। यह भी निर्देशित किया गया कि प्रत्येक एएनसी में सभी गर्भवती महिलाओं का हीमोग्लोबिन की जांच की जाए और उच्च जोखित गर्भवती महिलाओं की सभी जांचें ब्लाक स्तरीय ईकाई अथवा जिला चिकित्सालय में कराना सुनिश्चित करें। नवजात बच्चों के वजन, स्तनपान एवं 25 किलोग्राम से कम वजन की रिपोर्टिंग की समीक्षा के सम्बन्ध में बताया गया कि एचएमआईएस पोर्टल पर नवजात बच्चों के वजन की फीडिंग कराई जाए।
जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि समस्त अधीक्षक प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने रिपोर्ट को स्वयं जांच कर प्रस्तुत करें। आरसीएच पोर्टल की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि पंजीकरण एवं अपडेशन शत प्रतिशत करने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित करें अन्यथा खराब कार्य करने वाले कम्प्यूटर आपरेटरो के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करें।
बैठक में इन कार्यक्रमों पर भी की गई समीक्षा
बैठक में परिवार नियोजन कार्यक्रम, एनआरसी, एलबीएसयू, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा की गई। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया कि आरबीएसके टीमों द्वारा ससमय स्कूल व ऑगनबाड़ी केन्द्रों का भ्रमण सुनिश्चित कराये तथा लम्बित बच्चों का उपचार सुनिश्चित कराया जाए। बैठक में कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, क्षय नियंत्रण, वेक्टर जनित रोग, इमरजेंसी मेडिकल ट्रासपोर्ट, एम्बुलेंस 108 व 102 की समीक्षा की गयी तथा प्रगति लाने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने स्तर से सभी एएनएम एवं आशाओं को निर्देशित करें कि यदि उनके क्षेत्र में कोई संक्रामक रोग या अन्य घटना होती है वे सर्वप्रथम सम्बन्धित ब्लाक के अधीक्षक, चिकित्साधिकारी को सूचना उपलब्ध कराए तथा प्रभारी चिकित्साधिकारी सूचना प्राप्त होने के तत्काल उपचार/निरोधात्मक कार्यवाही करते हुये जनपद मुख्यालय को भी अवगत कराया जाए।
बैठक में ये रहे उपस्थित
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी साई तेजा सीलम, मुख्य चिकित्साधिकारी लक्ष्मी सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी संतोष कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी डा0 गोरखनाथ पटेल सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।