Jaunpur News: मतदान के 24 घंटे पहले अपना दल (एस) जिला पंचायत अध्यक्ष की लड़ाई से बाहर, जानिए क्या हुआ ऐसा
अपना दल (एस) और भाजपा के बीच एनडीए गठबन्धन के तहत जौनपुर सोनभद्र जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट को भाजपा ने अपना दल (एस) के खाते में दे दिया।
Jaunpur News: जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में एनडीए गठबन्धन को लड़ाई से बाहर होते ही अब जंग त्रिकोणीय होने के साथ ही धन बल पर आकर टिक गई है। कौन प्रथम नागरिक का ताज ग्रहण करेगा यह गणना के बाद ही तय होगा लेकिन सरकार में रहने के बाद भी एनडीए को लड़ाई के बाहर होना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। आज सभी प्रत्याशी गण जिला पंचायत सदस्यों को अपने पाले में करने के लिए पूरी ताकत लगाये हुए है तो सदस्य भी सबको खूब खेलाते हुए धनोपार्जन में जुटे नजर आ रहे है।
यहां बता दें कि अपना दल (एस) और भाजपा के बीच एनडीए गठबन्धन के तहत जौनपुर सोनभद्र जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट को भाजपा ने अपना दल (एस) के खाते में दे दिया। प्रदेश सरकार में अपना दल भी शामिल है। यहां पर अपना दल से टिकट पाने के लिए धनन्जय सिंह अपने पत्नी श्री कला सिंह रेड्डी को प्रत्याशी बनाने के लिए आवेदन किया था। अपना दल (एस) ने इनको टिकट न देकर अपनी पार्टी की रीता पटेल को प्रत्याशी घोषित कर दिया। खबर यह है कि जिसे अपना दल (एस) ने प्रत्याशी बनाया वह खुद एक दूसरे प्रत्याशी से अपनी जेब गरम कर चुका है। दूसरी ओर भाजपा से टिकट चाहने वाली नीलम सिंह पत्नी रमेश सिंह भी चुनाव मैदान मे आ गई। सपा से निशी यादव अधिकृत प्रत्याशी है।
महज 24 घन्टे पहले चुनाव मैदान से बाहर हो गयी अपना दल (एस)
इस जंग में अपना दल वालों ने भाजपा पर गठबंधन धर्म न निभाने का आरोप लगाया जबकि भाजपा जिलाध्यक्ष ने आरोप को बेबुनियाद बता दिया। लेकिन जब वोटों की खरीद फरोख्त शुरू हो गई और सदस्य दलीया भावना को त्याग कर अपने वोटों की कीमत वसूलने लगे ऐसी स्थिति में अपना दल (एस) प्रत्याशी कमजोर हो गयी और मतदान के महज 24 घन्टे पहले चुनाव मैदान से बाहर हो गयी है। तत्पश्चात लड़ाई त्रिकोणीय हो गयी और साथ ही धनोपार्जन का बड़ा खेल शुरू हो गया है आज सभी प्रत्याशी गण सदस्यों को अपने पाले में लाने के लिए पूरी ताकत लगा दिये है।
30 लाख रुपए में वोटों को खरीदा जा रहा है
जनपद में चर्चा खास है कि 30 लाख रुपए तक में वोटों को खरीदा जा रहा है इसमें दलीय प्रत्याशी से अधिक निर्दल प्रत्याशी की बोली लगी हुई है। हलांकि सदस्य संख्या बल में सपा सबसे मजबूत है लेकिन धनबल के प्रदेश होते ही कहना कठिन हो गया है कि कौन महिला जिले का प्रथम नागरिक बनेगी। इतना तो तय हो गया है कि जो सबसे अधिक सदस्य खरीद लेगा जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हो जायेगा।