Jaunpur News : आचार संहिता के उल्लंघन पर सांसद बाबू सिंह कुशवाहा बोले, सत्ता के दबाव में दर्ज हुआ मुकदमा

Jaunpur News : जौनपुर सांसद बाबूसिंह कुशवाहा ने लोक निर्माण विभाग के अतिथिगृह में क्षेत्र की जनता से जन सम्पर्क के दौरान पत्रकारों से बातचीत की।

Report :  Kapil Dev Maurya
Update: 2024-08-29 16:20 GMT

Jaunpur News : जौनपुर सांसद बाबूसिंह कुशवाहा ने लोक निर्माण विभाग के अतिथिगृह में क्षेत्र की जनता से जन सम्पर्क के दौरान पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान हमने जो वादे जनता से किए थे, हमारा प्रयास है कि उन सभी कार्यो को कराते हुए जनता को लाभ पहुंचाने का काम करें। इस दिशा में लगातार जौनपुर के उच्च अधिकारियों से मेरी वार्ता चल भी रही है। जिला प्रशासन ने गलत तरीके से किसी के दबाव में आकर हमारे ऊपर आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कराया है।

सांसद ने कहा कि जौनपुर शहर के चारों तरफ रेलवे लाइन बिछी है। जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए रेलवे क्रासिंग स्थलों पर ओवर ब्रिज बनाने के लिए रेल मंत्री से बातचीत किया है। उन्होंने कहा कि समस्या पुरानी है और प्रयास जारी है। ओवर ब्रिज बनने के बाद जाम की समस्या से जौनपुर शहर को निजात मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि अपने तीन चार माह के कार्यकाल में जनता से मिल रही शिकायती पत्र के आधार पर यह स्पष्ट हो गया है कि जौनपुर के जन प्रतिनिधियों ने जनता की मूलभूत समस्याओं की अनदेखी की है। हमारे समक्ष लगातार बिजली की समस्या जर्जर तार, ट्रान्सफार्मर और लोड आदि के साथ सड़क, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य की समस्याएं आ रही है। हमारा प्रयास है कि इन समस्याओं से जनपद की आवाम को निजात मिल सके।

आपसी मतभेद भूलकर जनपद के विकास के लिए करें काम

सांसद ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बतौर मुख्यमंत्री जौनपुर के मेडिकल कॉलेज की आधारशिला 2014 में रखी थी, ताकि जौनपुर सहित आसपास के जिलों के मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके और पूर्वांचल के युवा मेडिकल की अच्छी डिग्री प्राप्त कर अपने जीविकोपार्जन को आसानी से संचालित कर सकें। लेकिन खेद है कि सपा की सरकार हटते ही वर्तमान सरकार ने इस मेडिकल कॉलेज के साथ भेदभाव किया, जिसका परिणाम रहा कि आज तक यह मेडिकल कॉलेज आमजन के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी नहीं साबित हो सका है। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास है कि मेडिकल कॉलेज पूरी क्षमता के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य का काम कर सके। सांसद ने जनपद के सभी जन प्रतिनिधियों से अपील किया है कि आपसी राजनीतिक प्रतिद्वन्द्विता त्याग कर जनपद के विकास और जन हितों के लिए काम करें।

पुलिस प्रशासन ने किया भेदभाव

पत्रकारों ने जब आचार संहिता आरोपों पर सवाल किया तो सांसद बाबूसिंह कुशवाहा ने कहा कि 21 अप्रैल, 24 को लखनऊ से जौनपुर आते समय सिंगरामऊ सीमा पर जौनपुर के कुछ साथी मिले, हमने किसी को बुलाया नहीं था। हम सीधे मार्ग से जौनपुर आए, बदलापुर कस्बा जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने रोक दिया। हम सीधे जौनपुर मुख्यालय आ गए। इसके बाद भी जिला प्रशासन ने हमारे खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया। इतना ही नहीं, विपक्ष का सांसद होने के कारण अभियोग पत्र भी न्यायालय भेज दिया, जबकि सत्ता पक्ष लोगों ने चुनाव के समय आचार संहिता की धज्जियां उड़ाईं, लेकिन उनके खिलाफ एक भी एफआईआर दर्ज नहीं करायी गई। यह भेदभाव सरकार के दबाव में जौनपुर प्रशासन ने किया और पुलिस अधीक्षक ने दबाव देकर चार्जशीट भी कोर्ट में भेज दी। उन्होंने कहा कि नोटिस मिलने पर कोर्ट में हाजिर होकर जमानत याचिका दाखिल किया। न्यायाधीश ने 20 हजार के मुचलके पर जमानत दे दिया है। हमने कोई अपराध नहीं किया, फिर भी प्रशासन ने अभियुक्त बना डाला है। अब जनता ही न्याय करेगी और इसका जबाव देगी।

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