भारतीय रेलवे हो रहा मालामाल, ऐसे बढ़ा रहा अपनी कमाई
यह पहली बार है कि जब प्रयागराज मण्डल द्वारा 2464 टन मक्का बांग्लादेश को निर्यात के लिए लोड किया गया है। जिससे 55 लाख रुपये की मालभाड़ा आय हुई।
झाँसी: माल लदान की मात्रा बढ़ाने के लिए गठित बिजनेस डेवलप्मेंट युनिटों द्वारा किए गए प्रयासों ने उत्तर मध्य रेलवे पर परिणाम देना शुरू कर दिया है। यह पहली बार है कि जब प्रयागराज मण्डल द्वारा 2464 टन मक्का बांग्लादेश को निर्यात के लिए लोड किया गया है। जिससे 55 लाख रुपये की मालभाड़ा आय हुई। इसी क्रम में झांसी मण्डल के रायारू स्टेशन से डी ऑयल केक (डीओसी) का लदान बांग्लादेश से रोहनपुर तक के लिये 09 अगस्त को किया गया, जिससे 54 लाख रुपये की आय हुई।
उत्तर मध्य रेलवे ने लोडिंग बढ़ाने के लिए उठाए कई कदम
उत्तर मध्य रेलवे ने बिजनेस डेवलप्मेंट युनिटों के गठन, 17 गुड्स शेडों में लोडिंग हेतु बेहतर बुनियादी ढांचे तथा उपयोगकर्ता सुविधाओं में अल्पावधि और दीर्घकालिक सुधार, मालगाड़ी परिचालन में दक्षता लाने और माल ढुलाई में विभिन्न प्रोत्साहनों को लागू करने जैसे कई कदम उठाए हैं। मौजूदा और भावी माल ग्राहकों के मध्य जागरूकता के दृष्टिगत, प्रयागराज, झाँसी और आगरा मंडलों द्वारा विभिन्न भाड़ा प्रोत्साहन योजनाओं, बिजनेस डेवलप्मेंट युनिटों का संपर्क विवरण, मण्डल का संक्षिप्त विवरण,
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माल भाड़ा कैलकुलेट करने के लिए क्यूआर कोड आधारित लिंक, माल लदान से जुड़े महत्वपूर्ण सर्कुलर डाउनलोड करने के लिए क्यूआर कोड आधारित लिंक आदि सम्बंधित ग्राफिक्स युक्त लीफलेट भी तैयार किए हैं। माल लदान को और गति प्रदान करने के लिए, स्टेशन से स्टेशन (एसटीएस) रियायती माल परिवहन दर को अंतिम रूप दिया गया है। जिसके अन्तर्गत आईटीसी लिमिटेड द्वारा डबरा और दतिया स्टेशनों से आईटीसी के भोपाल संयंत्र के लिए खाद्यान्न लोड किये जायेंगे।
8 विशेष पार्सल ट्रेनों का होगा संचालन
स्टेशन से स्टेशन (STS) योजना के अंतर्गत निर्धारित सामग्री एवं प्रारम्भिक स्टेशन से गंतव्य स्टेशनों के बीच बेंचमार्क लोडिंग के अतिरिक्त इंक्रीमेंटल ट्रैफिक या नये ट्रैफ़िक के लिये परिवहन शुल्कों में 30 प्रतिशत तक रियायत का प्रावधान किया गया है। उत्तर मध्य रेलवे अपने एटा, खेरली, कबरई, रायरू, ललितपुर, हाथरस फोर्ट और मथुरा स्टेशनों से नये ट्रैफिक या इंक्रीमेंटल ट्रैफिक के लिये आईटीसी सहित विभिन्न प्रमुख माल ग्राहकों के लिए स्टेशन से स्टेशन (एसटीएस) प्रस्तावों पर काम कर रहा है। पेरिशबल्स और गैर थोक वस्तुओं के तेज, संरक्षित और कुशल परिवहन के दृष्टिगत, देवलाली-दानापुर के मध्य पहली किसान रेल में फल और सब्जियों को ले जाने की सुविधा हेतु मानिकपुर और प्रयागराज छिवकी स्टेशनों पर भी निर्धारित ठहराव दिया गया है।
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इसके अतिरिक्त ओखा-गुवाहाटी, गुवाहाटी- नई दिल्ली, हावड़ा- अमृतसर और जोधपुर- गुवाहाटी के मध्य 8 विशेष पार्सल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है और इन ट्रेनों को टूंडला, कानपुर सेंट्रल और प्रयागराज जंक्शन स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। माल गाड़ियों के संचालन में दक्षता लाने से उत्तर मध्य रेलवे ने जुलाई -20 में 47 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति दर्ज की है। जो जुलाई-2019 में औसत गति से दोगुनी है और अप्रैल से जुलाई 2020 तक की औसत गति में पिछले वर्ष की तुलना में 83 प्रतिशत का सुधार प्राप्त किया गया है
झाँसी मंडल द्वारा रेल संरक्षा में आधुनिक तकनीकी प्रयोग
भारतीय रेल में ट्रेनों के संरक्षित परिचालन को सुनिश्चित करने के दृष्टिगत, ट्रेन के परिचालन के दौरान आने वाली विभीन्न कमियों जैसे हॉट एक्सल, हैंगिंग पार्ट, ब्रेक बाइंडिंग इत्यादि की जांच पारम्परिक रूप से स्टेशनों, लेवल क्रासिंग गेटों और रोलिंग इन प्वाइंटों पर नियुक्त रेल कर्मचारियों द्वारा किया जाता रहा है। हालांकि, गाड़ियों की गति में वृद्धि, आरओबी / आरयूबी के निर्माण द्वारा लेवल क्रॉसिंग फाटकों के उन्मूलन और स्टेशन एंड केबिनों के उन्मूलन के कारण यह अनिवार्य हो गया है कि सतर्क रेलकर्मियों के अतिरिक्त इन कमियों का पता लगाने और संरक्षा बढ़ाने में सक्षम मानवरहित स्वचालित रोलिंग स्टॉक मॉनिटरिंग प्रणाली की स्थापना की जाए।
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झाँसी मंडल में 1 हॉट बॉक्स डिटेक्टर (HBD) पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत झाँसी स्टेशन के निकट सीपरी ओवर ब्रिज के पास संस्थापित किया जा रहा है। जो कि कानपुर व ग्वालियर की ओर से माध्यम गति से आने /जाने वाली गाड़ियों की मॉनिटरिंग करेगा तथा किसी भी प्रकार की कमी जैसे हॉट एक्सल, हॉट व्हील, हैंगिंग पार्ट, व्हील इम्पैक्ट, फ्लैट व्हील, ब्रेक व्हील से चिपक जाना आदि कमियाँ पाए जाने पर इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से उक्त खामी की सूचना सीधे मंडल नियंत्रण कार्यालय को भेजेगा। ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को तत्काल प्रभाव से रोका जा सके।
रिपोर्ट- बी के कुशवाहा