Jhansi: यहां सालों से चल रहा अवैध बस स्टैंड, रोजाना होती हैं एक लाख की वसूली, मऊरानीपुर रेलवे स्टेशन के है ठीक सामने

Jhansi: सालों से मऊरानीपुर रेलवे स्टेशन के सामने अवैध बस स्टैंड संचालित हैं। वहीं, रोजाना एक लाख की अवैध वसूली होती हैं।

Report :  B.K Kushwaha
Update:2022-06-20 22:42 IST

मऊरानीपुर रेलवे स्टेशन के सामने सालों से चल रहा अवैध बस स्टैंड।

Jhansi: हम से बड़ा गुंडा कौन, हम तो दबंग हैं, हमारा कुछ नहीं बिगड़ सकता हैं क्योंकि नेताजी के आदमी है?, अगर कोई पुलिस और प्रशासन के अफसर आएंगे तो नेताजी उनको समझा देंगे?। यह कहना है उन युवकों का, जो रोजाना मऊरानीपुर रेलवे स्टेशन (Mauranipur Railway Station) के सामने अवैध बस स्टैंड संचालित कर रहे हैं। इसकी जानकारी यहां के पुलिस और प्रशासन के अफसरों को अच्छी तरह से हैं मगर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही हैं, यहां जांच का विषय बना हुआ है।

बाहर की गाड़ियों से 600 रुपए

अवैध बस स्टैंड (illegal bus stand) के अंदर कथित गुंडा टैक्स जमकर वसूली करते हैं। जैसे ही प्राइवेट बस मऊरानीपुर रेलवे स्टेशन (Mauranipur Railway Station) के सामने पहुंचती, तभी गुंडा प्रवृत्ति के लोग बस को घेर लेते हैं। जैसे ही रोडवेज बस आई तो उस बस में सवार यात्री को जबरन उतार दिया जाता है। इस यात्री से 600 रुपया मऊरानीपुर से दिल्ली तक का लिया जाता हैं। इन रुपयों में 300 गुंडा प्रवृत्ति के लोग आपस में रख लेते हैं। जबकि तीन सौ रुपया नेताजी के जेब में जाता है। बताते हैं कि कुछ बस मालिकों ने अपनी सुविधा के लिए कुछ खास लोगों को अपने बस की जिम्मेदारी सौंप रखी है। यह लोग संबंधित बसों से पैसा लेते है। इन पैसों की कोई रसीद भी नहीं दी जाती है। यहां पर रीवा, सतना, पन्ना से आने वाली बसें जबरन खड़ी करवाई जाती हैं। इसी बसों में सवार होकर लोग मजदूरी करने के लिए दिल्ली रवाना होते हैं।

बस स्टैंड से दो किमी की परिधि तक होता है प्रतिबंध

परिवहन निगम (transport corporation) पहले ही घाटे का दंश झेल रहा है। वहीं केन्द्रीय रोडवेज बस स्टैंड (central roadways bus stand) के बाहर खुलेआम निजी ऑपरेटरों की बसों का धड़ल्ले का संचालन कर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। मऊरानीपुर रेलवे स्टेशन (Mauranipur Railway Station) के अवैध बस स्टैंड पर कई बार रोडवेज कर्मचारियों के साथ सवारियां बैठाने को लेकर निजी बस माफिया रोडवेज की परिचालकों सहित अन्य से मारपीट की घटनाएं हो चुकी है। नियमानुसार रोडवेज बस स्टैंड की दो किमी की परिधि में निजी बसों का संचालन नहीं हो सकता।

जबरन सरकारी बसों के आगे लगाते हैं बसें

खास बात यह है कि अवैध बस संचालक बस अड्डे के सामने रोडवेज की बसों के आगे जबरन बस लगाकर खड़ी कर देते हैं। जिसके बाद कम किराए की आवाज लगाकर सवारी बस में बैठा लेते हैं। यूपी रोडवेज की बस दिल्ली के लिए कम रुपया लेती है, तो ये अवैध रुप से चलने वाली बस पर प्रत्येक यात्री से छह सौ रुपया की आवाज लगाकर सवारियों को बैठाते हैं। इसके बाद आगे चलकर पूरा किराया वसूलते हैं। अवैध रुप से चलने वाले ये बस रात को भी बेखौफ दौड़ रही है। इन बसों पर बाकायदा रात्रि बस सेवा का बोर्ड लगा हुआ है। सवारियां बैठाने का कोई तय स्थान न होने के कारण ये जहां-तहां बसें खड़ी कर देते हैं, ट्रैफिक पुलिस भी इन पर कोई कारर्वाई नहीं करती।

कोई भी बस अड्डा अपराधी को न मिले

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी (Additional Chief Secretary Home Avnish Awasthi) के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी बस स्टैंड को किसी माफिया या अपराधियों को न दिया जाए। ऐसा हुआ तो डीएम और एसपी पर कार्रवाई होगी। जहां अवैध बसृटैक्सी अड्डे मिले थानेदारों पर कार्रवाई होगी मगर झाँसी में इन निर्देशों को खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पुलिस के सामने ही अवैध बस स्टैंड चल रहा हैं। इसी तरह बिना परमिट के बसों का दौर चल रहा हैं।

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