Jhansi: ट्रेनों में तौलिया फैलाकर सीट बेचने का मामला, RPF कमांडेंट से लेकर निरीक्षक पर होगी कार्रवाई
Jhansi News Today: ट्रेन में तौलिया फैलाकर सीट बेचते हुए मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में मंडल के आरपीएफ अफसर के साथ संबंधित प्रभारी निरीक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Jhansi: अब रेल सुरक्षा बल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त से लेकर निरीक्षक के लिए बुरे दिन होना शुरू हो गए हैं। किसी भी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में तौलिया फैलाकर सीट बेचते हुए मामला प्रकाश में आया है, तो संबंधित मंडल के आरपीएफ अफसर के साथ संबंधित प्रभारी निरीक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उसे तत्काल बाहर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इस फरमान से आरपीएफ के अफसरों में खलबली मची हुई है।
आरपीएफ महानिदेशक ने सीसीबी टीम का किया गठन
वहीं, आरपीएफ महानिदेशक ने सीसीबी टीम का गठन किया है। यह टीम रेल सुरक्षा बल के प्रत्येक थानों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। त्योहार पर घर आने अथवा जाने के लिए जनता परेशान रहती है। रिलैक्स वही फील कर रहे हैं जो पहले ही अपना टिकट बुक करा चुके हैं। अब तो स्थिति यह है कि ट्रेनों में खड़े होकर भी जाने के लिए जगह नहीं बची है। इसका फायदा कुली उठा रहे हैं। ट्रेन स्टेशन पर पहुंचने से पहले ही जनरल डिब्बों को वे घेर लेते हैं और भीतर बैठने की सीट भी उसे ही मिलेगी तो उनकी डिमांड पूरी करेगा। बात 100 से शुरू होता है और ढाई से लेकर तीन सौ जहां तक जा सके जाकर सेट हो जाती है। वहीं, किन्नरों द्वारा पुरुष एवं विकलॉग व्यक्तियों के लिए आरक्षित कोचों में अनाधिकृत यात्रियों तथा जीएस कोचों में तौलिया फैलाकर सीट बेची जा रही थी। इस तरह की शिकायतें रेलवे बोर्ड को लगातार दी जा रही थी।
ट्रेनों में तौलिया फैलाने का खतरा एक बड़ा उपद्रव: महानिदेशक
इस मामले को रेल सुरक्षा बल के महानिदेशक ने गंभीरता से लिया। उन्होंने देशभर के आरपीएफ अफसरों को निर्देश दिए थे। निर्देश में कहा था कि प्रमुख स्टेशनों पर जनरल कोच के यात्रियों के लिए शुरुआती ट्रेनों में तौलिया फैलाने का खतरा एक बड़ा उपद्रव है। कुछ कुली और अन्य असामाजिक तत्व प्लेसमेंट से पहले जनरल कोच में घुस जाते हैं। प्लेटफार्म पर ट्रेनों की सख्या व सीटों को मोड़ते हैं और फिर उन्हें असहायक यात्रियों को प्रीमियम पर बेचते हैं। ट्रेनें खचाखच भरी चल रही है और इसलिए तौलिया फैलाना जारी है। इन निर्देशों के तहत अभियान चलाने को कहा था।
इस मामले में आरपीएफ महानिदेशक ने समीक्षा की। समीक्षा में पाया गया कि देश में भर 449 अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान किसी भी तौलिया फैलाने वाले को गिरफ्तार नहीं किया और नहीं मुकदमा दर्ज किया गया। इस प्रकार देशभर में आंकड़ा शून्य पाया गया है। इस पर आरपीएफ डीजी ने आश्चर्यजनक मानना है।
इस अभियान पर आरपीएफ डीजी ने जताई नाराजगी
इस अभियान पर आरपीएफ डीजी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने पीसीएससी को फटकार लगाते हुए कहा है कि इस अभियान को गंभीरता से ले। इसके बावजूद शून्य रिपोर्ट प्राप्त होता है, यदि एफएचओ द्वारा भेजी गई सीसीबी टीम ने किसी भी मंडल में तौलिया फैलाते हुए सीट बेचने का मामला पकड़ा तो वहां के अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आरपीएफ डीजी ने निर्देशों में स्पष्ट कहा है कि ऐसे मामले में संबंधित प्रभारी निरीक्षक को क्षेत्र से बाहर स्थानांतरित कर दिया जाएगा और उसके खिलाफ डीएआर कार्रवाई शुरु की जाएगी। इसी तरह एएससी को डीएंडएआर के तहत कार्रवाई की जाएगी जबकि डीएससी/ वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त को उसके एपीएआर में प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी।