Jhansi: गुस्से में पत्नी ने ये क्काया कर डाला, उम्मीद नहीं थी कि उसकी मांग उजड़ जाएगी
Jhansi News Today: राघवेन्द्र ने बताया कि बीती राज दोनों में ज्यादा झगड़ा बढ़ गया था। इसी के चलते भाभी ने कमरे की अंदर से कुंडी बंद करके भाई पुष्पेंद्र पर लाठियों से हमला कर दिया।
Jhansi News Today: साहब, पति शराब पीकर आए दिन झगड़ा करता रहता था, कइयों बार पति को समझाया, मगर वह अपनी आदतों में सुधार नहीं ला रहे थे। रोज -रोज हो रहे झगड़ों से वह काफी परेशान हो गई थी। बीती रात जब पति शराब पीकर घर आया तो उसने अंदर से कमरा बंद कर दिया, इसके बाद पीट-पीटकर घायल कर दिया। उसे उम्मीद नहीं थी कि उसकी मांग उजड़ जाएगी। बीती रात उपचार के दौरान पति की मेडिकल कालेज में मौत हो गई। इस मामले में पूंछ थाने की पुलिस ने हत्यारोपी पत्नी को हिरासत में ले लिया है।
पूंछ थाना क्षेत्र के ग्राम बावई में पुष्पेंद्र अहिरवार परिवार समेत रहता था। पांच साल पहले पुष्पेंद्र की शादी जालौन के मरगांय निवासी रमाकांति से हुई थी। शादी के बाद दोनों लोग एक साथ रहने लगे थे। बीती रात दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि पुष्पेंद्र गंभीर रुप से घायल हो गया। उपचार के लिए उसे मेडिकल कालेज लाया गया। यहां उसकी मौत हो गई।
इस मामले में मृतक के छोटे भाई राघवेन्द्र सागर ने बताया कि उसका भाई पुष्पेंद्र शराब पीने का आदी था। आए दिन भाई शराब पीकर घर आता जाता था। इसी बात को लेकर भाभी परेशान रहती थी। शराब पीकर भाभी से झगड़ा होता रहता था। यह बात भाभी बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। बुधवार की रात उसका भाई शराब पीकर घर आया था। इस बात को लेकर भाई-भाभी में फिर से झगड़ा हो गया था। जबकि में गांव में गया था, उसकी पत्नी रितु घर पर थी। तभी इस तरह की वारदात हो गई।
राघवेन्द्र ने बताया कि बीती राज दोनों में ज्यादा झगड़ा बढ़ गया था। इसी के चलते भाभी ने कमरे की अंदर से कुंडी बंद करके भाई पुष्पेंद्र पर लाठियों से हमला कर दिया। आवाज सुनकर उसकी पत्नी रितु ने गेट खोलने को कहा, लेकिन भाभी ने गेट नहीं खोला। यह जानकारी मिलते ही वह घर पहुंच गया। आवाज सुनकर आस-पास के लोग इकट्ठा हो गए। इसी बीच दरवाजा तोड़ा गया। कमरे के अंदर भाई मरणासन्न हालात में पड़ा था। तत्काल मेडिकल कालेज ले गए। वहां भाई की मौत हो गई। सूचना पर गई पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
अब क्या करुंगी, मेरी तो मांग ही उजड़ गई
पुष्पेन्द्र बीएड की पढ़ाई कर रहा था, जबकि पत्नी रमाकांति बीए पास है। पुष्पेंद्र के पिता बृजलाल अहिरवार मैनपुरी में सरकारी अध्यापक है। मां रामकली की सात साल पहले मौत हो गई थी। पुष्पेंद्र की तीन बहनें भी हैं, जो शादीशुदा है। दोनों भाई और उनकी पत्नी गांव में रहती थी। पति के बाद बाद अब रमाकांति रो रही हैं, कह रही है कि अब क्या करुंगी, उसकी तो मांग ही उजड़ गई। अब वह चार साल की बेटी काव्या को कैसी पढ़ाएगी।