Jhansi News: तीन माह में 23 बच्चे हुए गुम, 20 बच्चे मिले, ऑपरेशन मुस्कान और स्माइल जारी
Jhansi News: गुम हुए बच्चों में सबसे ज्यादा गुमशुदगी बालिकाओं की दर्ज होती है। आंकड़ों में यह साफ नजर आता है।
Jhansi News: बच्चों की नासमझी उनके भविष्य को छीन लेती है। बच्चों को तलाशने के लिए चलाए जाने वाला ऑपरेशन मुस्कान और स्माइल के तहत कई गुमशुदा बच्चों पुलिस, चाइल्ड हेल्पलाइन और अपराध अनुसंधान विभाग बाल सहायता केंद्र की मदद से बच्चों को उनके अभिभावकों से मिलवाया गया है।
बच्चों को बरामद करने के बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी सीडब्लयूसी के सामने लाया जाता है। इस दौरान बच्चों से बातचीत करने पर पता चलता है कि वह माता-पिता से नाराज होकर घर छोड़कर आए हैं। लेकिन, अब उन्हें अपनी गलती का अहसास है और उन्हें अपने घर वापस जाना है। इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन और बाल सहायता केंद्र की टीम उनके माता-पिता से मिलवाती है।
आरपीएफ के मुताबिक तीन माह में 20 बच्चों को उनके अभिभावकों से मिलवाया जा चुका है। गुमशुदगी में सबसे ज्यादा केस 12 से 18 साल तक के बालक-बालिकाओं के होते हैं।
सबसे ज्यादा बालिकाएं होती है गुम
गुम हुए बच्चों में सबसे ज्यादा गुमशुदगी बालिकाओं की दर्ज होती है। आंकड़ों में यह साफ नजर आता है। जिनकी उम्र 12 से 18 तक की होती है। जनवरी 2024 से अब तक की बात करें तो बालक और बालिकाओं को मिलाकर कुल 23 गुम और 20 बरामद हुए है।
केस-1: पिता से नाराज होकर किशोरी ने छोड़ा था घर
15 साल की किशोरी घर छोड़कर चली गई थी। काफी तलाश करने के बाद अभिभावकों को न मिलने पर गुमशुदगी में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इसके बाद किशोरी को पुलिस और बाल सहायता केंद्र की टीम द्वारा तलाशना शुरु किया। ठीक दो माह के बाद किशोरी बीना में मिली, फिर माता-पिता सहित तीन लोगों की टीम ने बीना पहुंचकर किशोरी को झांसी ले आये। इसके बाद उसे माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया।
केस-2: मां ने डांटा तो छोड़ दिया था घर
वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर मिले बालक ने अपना नाम हरीश निवासी कन्नौज बताया है। हरीश ने बताया कि वह घर के बाहर खेल रहा था, तभी मम्मी ने उसे डॉट दिया था। इससे नाराज होकर वह घर छोड़कर भाग आया था। जैसे ही वह झांसी स्टेशन पहुंचा तो आरपीएफ ने उसे पकड़ लिया था। पूछताछ के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया था।
लापता बच्चों की तलाश जारीः सीओ जीआरपी
सीओ जीआरपी मोहम्मद नईम मंसूरी का कहना है कि जीआरपी और आरपीएफ लगातार लापता बच्चों की तलाश में ऑपरेशन मुस्कान व स्माइल अभियान चलाती है। अभियान के दौरान टीम को लगातार सफलता मिल रही है। इस साल में अब तक 20 बच्चों को संबंधित अभिभावकों के हवाले कर दिया।