Jhansi News: गंगा दशहरा के अवसर में अटल जलशक्ति यात्रा का समापन, जल संरक्षण का लिया संकल्प

Jhansi News: यात्रा के आगमन पर जनपद झांसी में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दूसरे दिन गंगा दशहरा के पावन अवसर में नगर पालिका के सभागार में जिला स्तरीय गोष्ठी के बाद वृक्षारोपण कर पानी बचाने पेड़ लगाने के संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

Update:2023-05-31 02:02 IST
(Pic: Newstrack)

Jhansi News: उत्तर प्रदेश के सूखाग्रस्त बुदेलखण्ड क्षेत्र में लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक कर सात दिवसीय अटल जल शक्ति यात्रा का मंगलवार को समापन हो गया। यात्रा के आगमन पर जनपद झांसी में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दूसरे दिन गंगा दशहरा के पावन अवसर में नगर पालिका के सभागार में जिला स्तरीय गोष्ठी के बाद वृक्षारोपण कर पानी बचाने पेड़ लगाने के संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। अंतिम दिन भूजल के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों को शॉल पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

जल संरक्षण के उपायों पर विस्तार से हुई चर्चा

जल योद्धा पदमश्री उमाशंकर पांडेय के नेतृत्व में यह यात्रा 24 मई को बांदा से रवाना हुई थी, जो चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा व ललितपुर में लोगों को जागरूक करती एक दिन पहले सोमवार को झांसी पहुंची थी। अटल भूजल योजना के अन्तर्गत आयोजित अटल जल शक्ति यात्रा के जनपद आगमन पर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के दूसरे दिन बरुआ सागर स्थित नगर पालिका सभागार में संगोष्ठी को बरुआसागर नगर पालिका में अटल जल शक्ति यात्रा के समापन के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि जल योद्धा पदमश्री उमाशंकर पांडेय ने जल संरक्षण के उपायों पर विस्तार से प्रकाश डाला। विदेशों में पानी की कमी को दूर करने के लिए किए जा रहे प्रयासों का उदाहरण देते हुए उन्होंने लोगों को भूजल का महत्व समझाया। कहा कि पानी की कमी को दूर करने के लिए और भूजल स्तर को बेहतर करने के लिए बरसात की हर एक बूंद को सहेजना होगा। पानी को बचाना सरकार का नहीं, बल्कि समुदाय का काम है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पानी सोने से कम नहीं है, इसलिए इसको सहेजना और इसकी बर्बादी रोकने में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी तभी हम लोग इस जल आन्दोलन को जन आन्दोलन बनाने की सफल होंगे।

रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था हो तभी मिले निर्माण की एनओसी

विशिष्ठ अतिथि पूर्व आईएएस व लेखक प्रमोद कुमार अग्रवाल ने पानी की बर्बादी को दूर करने के लिए कहा कि विकास प्राधिकरण तभी भवन निर्माण की एनओसी दे, जब भवन स्वामी रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था करें। परमार्थ समाज सेवी संस्था के सचिव संजय सिंह ने छोटी-छोटी नदियों को सूखने से बचाने पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भूगर्भ जल विभाग के सीनियर जियोफिजिसिस्ट शशांक शेखर सिंह ने अटल भूजल याजना अन्तर्गत जनपद की प्रगति रिपोर्ट पेश की। कार्यक्रम का संचालन नगर पालिका की ईओ कल्पना ने किया। इसके बाद नगर नालिका परिसर में भी अतिथियों ने वृक्षारोपण कर लोगों से पानी बचाने पेड़ लगाने की अपील की।

इनका हुआ सम्मान

इस बीच मुख्य अतिथि ने भूजल के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इसमें सीनियर जियोफिजिसिस्ट शशांक शेखर सिंह, नोडल अधिकारी मनीष कुमार कनौजिया, नोडल अधिकारी ललितपुर आकाश दीप, आईईसी एक्सपर्ट झांसी मोहम्मद हैदर, आईईसी एक्सपर्ट बांदा अखिलेश पाण्डेय सहित परमार्थ समाज सेवी संस्थान के मान सिंह, पंकज गौतम, राजस्थान हयूमन फाउण्डेशन के राजकुमार विकास भारती संस्था के विक्रम सिंह, एसआईआर संस्था के इंद्रसेन वर्मा आदि को सम्मानित किया गया।

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