Jhansi News: अवैध वेंडरों का फैला कारोबार, बेच रहे प्रतिबंधित सामग्री

Jhansi News: झांसी रेल मंडल के स्टेशन औऱ ट्रेनों में अवैध वेंडिंग का बड़ा कारोबार चल रहा है। हर स्टेशन और ट्रेन का रेलवे से जुड़े वर्दीधारियों के पास पूरा हिसाब-किताब रहता है।

Report :  B.K Kushwaha
Update:2024-04-05 22:22 IST

Jhansi News (Pic:Newstrack)

Jhansi News: बिना लाइसेंस लिए वेंडर प्लेटफार्म पर फेरी लगाकर खाना बेच रहे हैं। स्टेशन पर तैनात आरपीएफ, जीआरपी, कॉमर्शियल विभाग के सुपरवाइजर रोकने का प्रयास तक नहीं कर रहे हैं। इसके कारण फेरी वालों द्वारा घटिय़ा खाना यात्रियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। शिकायत मिलने के बाद भी कार्रवाई शून्य है क्योंकि प्रयागराज से लेकर झांसी में बैठे अफसर भी पूरी तरह से मूकदर्शक बने हुए हैं।

रेलवे प्लेटफार्म पर खाना आदि बेचने के लिए स्टाल खोलने का लाइसेंस जारी होता है। रेलवे के नियम के अनुसार स्टाल के संचालक प्लेटफार्म पर फेरी लगाकर या ट्रेन के अंदर जाकर खाना या अन्य सामान की बिक्री नहीं कर सकते हैं। ऐसा करते पकड़े जाने पर पांच हजार रुपये तक जुर्माना वसूली का प्रावधान है। ऐसे वेंडर के खिलाफ परिचालन विभाग, वाणिज्य विभाग व रेलवे पुलिस, आरपीएफ को कार्रवाई करने का अधिकार है।

यात्रियों की सेहत से खुलेआम खिलवाड़

बदले यात्रियों की सेहत से खुलेआम हो रहे खिलवाड़ के बाद रेल प्रशासन औऱ सुरक्षा अमला चुप्पी साधे बैठा हुआ है। बताते हैं कि स्टेशन पर यात्रियों को नाश्ते से लेकर अन्य प्रकार की खाद्य सामग्री मुहैया कराने आईआरसीटीसी से लाइसेंस पर प्लेटफार्म पर स्टॉल दिए जाते हैं। इसके अलावा खाद्य सामग्री बेचने के लिए ट्रॉली भी मुहैया कराई जाती हैं, ताकि यात्रियों को शुद्ध गुणवत्ता युक्त खाद्य सामग्री मिल सके।

बिना मानक के बेची जा रही खा्द्य सामग्री

बताते हैं कि प्लेटफार्म पर संचालित हो रहे स्टॉल पर तय मानक की खाद्य सामग्री बेचने का प्रावधान है मगर वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के साथ आसपास संचालित हो रहे स्टेशनों पर जो खाद्य सामग्री बेची जा रही है वो कहां से आ रही है, रेलवे अधिकारियों को भी यह नहीं मालूम होता। जानकारों का कहना है कि प्लेटफार्म पर जब दूर-दराज की ट्रेनें पहुंचती हैं, तब अवैध वेंडरों की भीड़ देखी जा सकती है। प्लेटफॉर्म नंहर 2/3 व 4/5 पर जैसे ही ट्रेन आती है तो पुल से चढ़कर रेलवे ट्रैक से इनकी फौज प्लेटफॉर्म पर पहुंचती है और ट्रेनों में खाद्य सामग्री बेचकर रफू-चक्कर हो जाती है। इसके अलावा जिन स्टॉल्स पर वेंडरों की संख्या निर्धारित की गई वहां भी स्टॉल संचालकों द्वारा निर्धारित संख्या से अधिक वेंडरों को स्टेशन पर लगाया जा रहा है। इन सबके बावजूद भी रेलवे के अधिकारियों व सुरक्षा कर्मियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

झांसी रेल मंडल के स्टेशन औऱ ट्रेनों में अवैध वेंडिंग का बड़ा कारोबार चल रहा है। हर स्टेशन और ट्रेन का रेलवे से जुड़े वर्दीधारियों के पास पूरा हिसाब-किताब रहता है। वाणिज्य विभाग के कुछ कारिंदे भी इसमें हिस्सा लेते हैं। कौन सी ट्रेन में किस स्टेशन से कितने वेंडर माल बेचने हैं। पूड़ी-सब्जी वाला, समोसे वाला और खिलौने वाले से लेकर मांगने वाले भी अपना हिस्सा देते हैं। ट्रेनें बिकरी हैं और उनमें माल बेचने को रकम अदा करनी होती है। वाणिज्य विभाग का अभियान चले तो अवैध वेंडरों से ही जुर्माना लिया जाता है ताकि, खेल चलता रहे। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन से रोजाना 60-7- यात्री ट्रेनें (मेल, एक्सप्रेस) गुजरती हैं। झांसी रेल मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने कहा कि अवैध वेंडरों के खिलाफ शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाती है। बिना वर्दी और अधिकृत आईडी के यात्रियों को खाने का सामान बेचना अपराध है। इस पर और अधिक सख्ती की जाएगी।

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