Jhansi News: जीआरपी और आरपीएफ की डिटेक्टिव विंग टीम ने झाँसी होकर दिल्ली जा रही गांजा की खेप पकड़ी, तीन अभियुक्त गिरफ्तार
Jhansi News: झाँसी राजकीय रेलवे पुलिस और रेल सुरक्षा बल की डिटेक्टिव विंग टीम ने छत्तीसगढ़, एमपी राज्य होते हुए यूपी से गुजरकर राजस्थान, हरियाणा होकर दिल्ली की ओर जा रही गांजा की खैप पकड़ी है। इस मामले में टीम ने तीन अभियुक्तों को दबोच लिया।
Jhansi News: झाँसी राजकीय रेलवे पुलिस और रेल सुरक्षा बल की डिटेक्टिव विंग टीम ने छत्तीसगढ़, एमपी राज्य होते हुए यूपी से गुजरकर राजस्थान, हरियाणा होकर दिल्ली की ओर जा रही गांजा की खैप पकड़ी है। इस मामले में टीम ने तीन अभियुक्तों को दबोच लिया। इनके पास से 20 किलो गांजा बरामद किया है। इसकी कीमत लाखों रुपया आंकी गई है। गिरफ्तार किए गए तीनों अभियुक्तों को अदालत में पेश किया। यहां से उनको जेल भेजा गया।
पुलिस अधीक्षक रेलवे विपुल कुमार श्रीवास्तव व रेल सुरक्षा बल के मंडल सुरक्षा आयुक्त विवेकानंद नारायण के निर्देशन में ट्रेनों में नशीले पदार्थों की तस्करी की रोकथाम हेतु एक अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत सीओ जीआरपी नईम खान मंसूरी के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक जीआरपी पंकज कुमार पांडेय, डिटेक्टिव विंग टीम की प्रभारी शिप्रा के नेतृत्व में टीम तस्करी करने वाले लोगों की तलाश में लगी थी। सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी में तीन युवक खड़े हैं। इनके पास गांजा की खैप है। यह गांजा दिल्ली की ओर जा रहा है। इस सूचना पर सक्रिय हुई टीम ने घेराबंदी कर तीनों को मय माल समेत दबोच लिया। जीआरपी थाना लाकर गहराई से पूछताछ की।
रेलवे पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद के जवान नगर शिव बिहार मेट्रो स्टेशन के पास रहने वाले अभिषेक कुमार, दक्षिण दिल्ली के तीन नंबर चुंगी खोरीगांव के पास रहने वाले सनी और और मनीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 19.931 किग्रा गांजा बरामद किया गया। इसकी कीमत दो लाख आंकी गई है।
साहब, दिल्ली ले जा रहे थे गांजा
पूछताछ करने पर अभियुक्तों ने बताया कि साहब यह गांजा हमने रायपुर छत्तीसगढ़ से खरीदा था। वह लोग उस व्यक्ति का नाम पता नहीं जानते हैं। इस गांजे को लेकर दिल्ली जा रहे थे। जहां पर पुड़िया बनाकर लोगों को बेचते है। ट्रेनों में चेकिंग के दौरान उन्हें पकड़ लिया गया।
इस टीम को मिली सफलता
जीआरपी थाना के उपनिरीक्षक राहुल देव, प्रदीप कुमार, आरपीएफ डिटेक्टिव विंग के मुख्य आरक्षी उमेश कुमार, विजय बहादुर राम, आरक्षी अरुण कुमार और सुरेंद्र सिंह शामिल रहे है।
हो रही थी अंतिम संस्कार की तैयारी, भाई ने पुलिस को बुलाया
एक नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। उसकी 9 माह पहले ही शादी हुई थी। मृतका की मौत का वास्तविक कारण जानने के लिए उसके भाई ने थाने की पुलिस की मदद से उसका अंतिम संस्कार रुकवा दिया। अंतिम संस्कार रोकने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मध्य प्रदेश में पिछोर के बलदेवपुर गांव में रहने वाली प्रवेश (22) का 6 मई 2023 को रक्सा थाना क्षेत्र के ग्राम पुनावली में रहने वाले शिवम के साथ शादी हुई थी। शादी के बाद सबकुछ ठीक चलता रहा। भाई प्रमोद पाल ने बताया कि दीपावली से कुछ दिन पहले ही बहन प्रवेश अपनी ससुराल आकर रह रही थी। बीती शाम को ससुराल से फोन आया कि प्रवेश ने जहर खा लिया। जब वह घर पहुंचा तो उसकी बहन की लाश जमीन रखी थी। ससुराल और मायके पक्ष की रजामंदी से प्रवेश के अंतिम संस्कार की तैयारी होने लगी।
इसी बीच उसका भाई प्रमोद थाने की पुलिस के पास पहुंच गया और मौत का कारण स्पष्ट जानने के लिए अंतिम संस्कार की तैयारियां बीच में ही रुकवा दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रमोद का कहना है कि ससुराल वाले जहर खाकर सुसाइड की बात कह रहे हैं। लेकिन हम लोगों का विश्वास नहीं हो रहा है। इसलिए बहन की मौत का सही कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम करवा रहे हैं।
चाचा के बाद मासूम बच्चे की भी हुई मौत
पिछले दिनों झांसी-कानपुर हाईवे पर हुए हादसे में घायल 9 में लोगों में अब मासूम बच्चे ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। अब मरने वालों की संख्या दो पहुंच गई है। विगत दिवस उसके चाचा मोहित की भी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मालूम हो कि बीते रोज बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम गोरामछिया के पास अंनियत्रित ट्रक ने टक्कर मारते हुए नौ लोगों को घायल कर दिया था। जिसमें बाइक सवार मोहित, विक्रम, मनीषा और एक साल का बच्चा भी शामिल था। इनमें मोहिल की 7 तारीख को उपचार के मौत हो गई थी जबकि उसके 1 वर्षीय मासूम भतीजे की भी उपचार के मौत हो गई। पुलिस ने बच्चे के शव को भी कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। अन्य को अभी उपचार दिया जा रहा है।