Jhansi News: कानून व्यवस्था से खिलवाड़ पर कोई समझौता न करेंः डीआईजी
Jhansi News: पुलिस उपमहानिरीक्षक कलानिधि नैथानी ने स्पष्ट कहा कि किसी भी स्तर पर अराजक तत्व के खिलाफ अगर शिकायत मिलती है तो तत्काल मुकदमा दर्ज कर जेल भेजें।
Jhansi News: पुलिस उपमहानिरीक्षक कलानिधि नैथानी ने स्पष्ट कहा है कि मुकदमा दर्ज करने में भी कोई कंजूसी न करें। किसी भी स्तर पर अराजक तत्व के खिलाफ अगर शिकायत मिलती है तो तत्काल मुकदमा दर्ज कर जेल भेजें। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ पर कोई समझौता न करें। यह बात उन्होंने झाँसी परिक्षेत्र झाँसी का पुलिस उपमहानिरीक्षक का पदभार ग्रहण करते हुए कही हैं।
उन्होंने कहा कि महिला अपराध पर तत्काल एक्शन होना चाहिए। थानों में मधुर व्यवहार से पेश आएं। दोपहिया पर हेल्मेट की अनिवार्यता, शातिर हार्डकर अपराधियों पर कार्रवाई, संपत्ति जब्तीकरण आदि पर जोर देंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता हैं कि कानून व्यवस्था को बेहतर बनाना, मिशन शक्ति-महिलाओं एवं बालिकाओं को जागरुक करना और अपराध से बचाना, ऑपरेशन कनविक्शन के तहत सनसनीखेज जघन्य अपराधों के अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी करवाना, आगामी लोकसभा चुनाव को निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपादित करवाना है। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार करना, जनसंपर्क को बढ़ावा देना, सड़क की गुंडागर्दी खत्म करवाना तथा माफियाओं और विभिन्न गैंग को चिन्हित कर निष्क्रिय करवाना। साइबर क्राइम पर नकेल कसवाना है। पुलिस में प्रशिक्षण और अनुशासन पर विशेष जोर देना है।
किसी परिचय का मोहताज नहीं है कलानिधि नैथानी
डीआईजी कलानिधि नैथानी.... ये नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। आईपीएस कलानिधि अलीगढ़ में एसएसपी थे। उनका प्रमोशन हो गया। अब यूपी सरकार ने उन्हें झाँसी परिक्षेत्र झाँसी जैसे परिक्षेत्र की कमान सौंपी है। आईपीएस कलानिधि नैथानी झाँसी परिक्षेत्र के डीआईजी हैं। आईपीएस कलानिधि नैथानी साल 2010 बैच के आईपीएस अफसर है। वो कई जिलों के कप्तान रह चुके हैं। आईपीएस कलानिधि नैथानी के पास इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीटेक की डिग्री है। उन्होंने पुलिस प्रबंधन में एमबीए भी किया है। आईपीएस कलानिधि नैथानी अपराधियों के प्रति अपने कड़े रुख के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई स्पेशल ऑपरेशंस में हिस्सा लिया है।
आईपीएस कलानिधि नैथानी मूलरुप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं। उनकी माता कुसुम नैथानी राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त हैं। उन्होंने पौढ़ी गढ़वाल के गवर्नमेंट गर्ल्स कालेज के अलावा देहरादून के कालेज में बतौर प्रिंसिपल सेवाएं दीं। उनकी कई किताबें व लेख प्रकाशित हो चुके हैं। पिता उमेश चंद्र नैथानी गढ़वाल विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रोफेसर हैं। दादा भी शिक्षक थे। चाचा सुनील नैथानी आर्मी में एजुकेशन विंग में कर्नल रहे हैं। बताते हैं कि यानि पूरा परिवार ही होनहारों का परिवार है। उनकी पत्नी दीप्ति चंदोला भारतीय राजस्व सेवा में अधिकारी हैं। जबकि बड़े भाई, नीरज नैथानी भारतीय सेना में कर्नल हैं।
आईपीएस कलानिधि नैथानी की शुरुआती पढ़ाई पौड़ी में हुई। उन्होंने पौड़ी से हाईस्कूल किया। बाद में आर्मी स्कूल मथुरा में इंटरमीडिएट किया। बीटेक की पढ़ाई उन्होंने पंतनगर से की। उन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विवि से पुलिस प्रबंधन में एमबीए भी किया। आपको जानकर हैरानी होगी कि पुलिस सेवा में चयन से पहले वो भामा एटॉमिक अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक अधिकारी थे। अलीगढ़ के बाद उनको झाँसी परिक्षेत्र का डीआईजी बनाया गया है। यहां परिक्षेत्र में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी, पर उम्मीद है कि आईपीएस कलानिधि नैथानी हमेशा की तरह यहां भी अपनी खास छाप छोडेंगे।