Jhansi News: अलग-अलग कारणों से जिले में तीन लोगों की गई जान, परिजनोंं में मचा कोहराम
Jhansi News: अकेलापन एक युवक की जान का कारण बन गया। अकेलापन के कारण वह बीमार हो गया। उसे उपचार के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। यहां उसकी मौत हो गई।;
सांकेतिक तस्वीर (सोशल मीडिया)
Jhansi News: झांसी जनपद में दोस्तों के साथ बाइक से घूमने निकले युवक की मौत हो गई। परिजनों ने मौत के कारण को संदिग्ध बताया। वहीं दोस्त इसे दुर्घटना बता रहे थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम दौन निवासी राधेलाल गौतम परिवार समेत रहता था। बीते रोज वह शाम को घर पर था।
परिजनों के अनुसार इसी दौरान उसके दो दोस्त आए और घूमने के लिए बाइक से अपने साथ भरारी फार्म के पास ले गए। इसके बाद लौटकर घर नहीं आया। चिंतित परिजनों ने खोजबीन शुरु कर दी। अभी खोजबीन चल रही थी कि सोमवार सुबह उसका प्रदीप नाम का दोस्त घर आया तो बताया कि राधेलाल का एक्सीडेंट हो गया और उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। मेडिकल कालेज आने पर पता चला कि उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि जब एक्सीडेंट हुआ है तो फिर उसके दोस्त घायल क्यों नहीं हुए हैं। उसकी मौत कारण संदिग्ध है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट होगा।
अधेड़ युवक की गई जान
अकेलापन एक युवक की जान का कारण बन गया। अकेलापन के कारण वह बीमार हो गया। उसे उपचार के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। यहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कोतवाली थाना क्षेत्र के सैंयर गेट मोहल्ले में रमेश कुमार परिवार समेत रहता था। वह मजदूरी करता था। परिजनों के मुताबिक पत्नी और बच्चों की मौत के कारण वह अकेला रहता था। यह अकेलापन उसकी बीमारी का कारण बन गया। पिछले दिनों वह गिरकर घायल हो गया था। उसे उपचार के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। यहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
रह गई अधूरी इच्छा, अंतिम क्षणों में भी नहीं मिल पाया परिवार से ...
मुम्बई से झांसी आ रही ट्रेन में एक यात्री की मौत हो गई। उसके शव को झांसी रेलवे स्टेशन पर उतारा गया और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के मुताबिक मोंठ थाना क्षेत्र के ग्राम अमरा में शाहदत अली परिवार समेत रहता था। वह परिवार के साथ मुम्बई में कई सालों से रह रहा था। मुम्बई की एक कम्पनी में उसका बेटा नौकरी करता है। पिछले दिनों उसने अपने बेटे से गांव में रह रहे परिवार से मिलने की इच्छा जाहिर की। जिस पर वह अपने परिवार के साथ बांद्रा एक्सप्रेस ट्रेन में बैठकर झाँसी आ रहा था। ट्रेन जब ग्वालियर और झाँसी के बीच चल रही थी तभी अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। इससे पहले उसे इलाज मिलता उसकी मौत हो गई। जानकारी होने पर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर उसके शव को नीचे उतारा गया। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।