Jhansi News: परिवार परामर्श केंद्र ने 79 जोड़ों के दांपत्य जीवन को बिखरने से बचाया
Jhansi News: महिला परिवार परामर्श केंद्र में पति और पत्नी को बुलाकर उनके बीच उत्पन्न हुई समस्या को समझाया जाता है। उसके बाद उनके बीच की समस्या को खत्म कराए जाने के प्रयास किए जाते हैं।
Jhansi News: छोटी-छोटी बातों को लेकर पति पत्नी के बीच बढ़ रही दूरियों को खत्म कर परिवार परामर्श केंद्र अहम किरदार अदा कर रहा है। तीन माह-माह में 125 ऐसे मामले परिवार परामर्श केंद्र में आए जो पति पत्नी एक दूसरे से अलग होने पर आमादा थे। बेहतर ढंग से दी गई समझाइश के बाद उनमें से 79 जोड़े गिले शिकवे भुलाकर साथ-साथ रह रहे हैं।
जिले में पति-पत्नी के बीच विवाद के औसतन 569 मामले प्रति वर्ष परिवार परामर्श केंद्र में पहुंच रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कि गुजरे दो साल में ऐसे प्रकरणों में पुन: गृहस्थी बहाल होने के आंकड़े में इजाफा देखने को मिल रहा है। वर्ष 2021 से 2022 तक पति-पत्नी के बीच समझौते 10 से 15 फीसद ही हो पा रहे थे। वहीं वर्ष 2022 एवं 2023 में यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। वर्ष 2022 में 42 फीसद समझौते हुए, वहीं वर्ष 2023 में 56 फीसद प्रकरणों में झमझौते हो गए हैं।
पति पत्नी को दी समझाइश
महिला परिवार परामर्श केंद्र में पति और पत्नी को बुलाकर उनके बीच उत्पन्न हुई समस्या को समझाया जाता है। उसके बाद उनके बीच की समस्या को खत्म कराए जाने के प्रयास किए जाते हैं। ऐसे में एक दूसरे के प्रति जो भी नाराजगी है वह दूर कराए जाने के लिए दोनों को भावनात्मक जुड़ाव का अहसास कराते हुए समझाइश दी जाती है। ऐसे में टूटने के कगार पर पहुंचा पति-पत्नी का रिश्ता फिर से बहाल होने की स्थिति में आ जाता है। पहले पति और पत्नी से अलग-अलग बात कर समझाश दी जाती है फिर दोनों को एक साथ बिठाकर उनके बेहतर जीवन की दिशा देने का काम किया जाता है।
पहला मामला
21 दिन पूर्व समझौते के बाद एक साथ रह रहे प्रेमनगर थाना क्षेत्र के रेलवे कालोनी निवासी जोड़े ने बताया कि शादी के बाद दोनों आठ दिन भी साथ नहीं रह पाए थे। दरअसल, उनके बीच एक दूसरे को वक्त नहीं दे पाने को लेकर दूरी बढ़ गई थी। पति का आरोप था कि पत्नी मोबाइल पर अधिक व्यस्त रहती है, जबकि महिला का आरोप भी यही था उसका पति उसे समय देने के बजाए मोबाइल पर ज्यादा वक्त गुजारता है। पांच महीने एक दूसरे से जुदा रहने के बीच बात तलाक तक पहुंच गई थी। मामला परिवार परामर्श केंद्र पर पहुंचने के बाद दोनों के बीच समझौता हो गया। अब दोनों खुशहाल हैं।
दूसरा मामला
आठ दिन पूर्व समझौते के बाद नवाबाद थाना क्षेत्र के तालपुरा मोहल्ले की कहानी भी दिलचस्प है। शादी के पांच साल बाद पत्नी ने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना व मारपीट के आरोप में केस दर्ज करा दिया था। दोनों के छोटे-छोटे तीन बच्चे होने के बावजूद महिला पीहर में रह रही थी। परिवार परामर्श केंद्र में समझाइश के दौरान जोड़े के बीच की गलत फहमियों को दूर किया गया। अब दोनों साथ में रह रहे हैं। दांपत्य जीवन बहाल होने की खुशी में जोड़े ने परिवार परामर्श केंद्र में मिष्ठान वितरण भी कराया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस ने कहा कि एक दूसरे को ठीक से समझ नहीं पाने के चलते दांपत्य जीवन में बिखराव की स्थिति निर्मित होती है। परिवार परामर्श केंद्र ऐसे जोड़ों को समझाइश देकर उनके जीवन को बहाल करने का काम कर रहा है। नतीजे और भी बेहतर हों इसके प्रयास किए जा रहे हैं।
आईजीआरएस में महिला थाना अव्वल
महिला थाना में शिकायतों का निस्तारण भी पूरा किया जा रहा है। आईजीआरएस के तहत जनवरी में 30, फरवरी में 32 और मार्च माह में 20 प्रार्थना पत्र आए हैं। इनका निस्तारण कर दिया गया। आईजीआरएस की टीम में आरती तोमर, आरती चौहान तैनात है। इसी तरह महिला डेस्क पर रजनी सिंह और अंजली पाल, एंटी रोमियो टीम में उपनिरीक्षक बृजनंदन सक्सेना, प्रशांत सिंह, कुलदीप सिंह और महिला आरती यादव शामिल है। यह टीमें महिला थाना प्रभारी किरन रावत के निर्देशन में कार्य कर रही हैं।