Jhansi News: बुलडोजर चला तो दे देंगे जान.., अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे लोगों ने दी चेतावनी
Jhansi News: झाँसी स्मार्ट सिटी के नाम पर नगरवासियों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। डड़ियापुरा में नौ हजार मकानों के गिराए जाने के जेडीए की नोटिस के बाद लोगों की नींद हराम हो गई है।;
जेडीए नोटिस के बाद अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे लोग (न्यूजट्रैक)
Jhansi News: महानगर के अब बुरे दिन आना शुरु हो गया। झाँसी स्मार्ट सिटी के नाम पर झाँसी नगरवासियों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। डड़ियापुरा में नौ हजार मकानों के गिराए जाने के जेडीए की नोटिस के बाद इलाके के लोगों की नींद हराम हो गई है। अब लोगों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरु कर दी है। यहां रहने वाले लोगों ने कहा कि जब नक्षा पास और रजिस्ट्री की गई तो उस समय के अफसर गहरी नींद में सो रहे थे। ऐसे अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई होना चाहिए। यही नहीं, इन लोगों ने लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार करने की मन में ठान ली है। इसकी सूचना पुलिस और प्रशसनिक अफसरों को दी गई है। सूचना पर प्रशासनिक अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।
जिला विकास प्राधिकरण झाँसी महानगर में प्रखंडीय पार्क की भूमि पर बसी आबादी को हटाने तथा नौ हजार मकानों को ध्वस्त करने का आदेश कुछ दिन पूर्व एनजीटी के द्वारा दिया गया था। जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट, जेडीए सचिव सहित भारी पुलिस बल मौके पर कार्यवाही के लिए पहुंचा था। इसी दिन बाद से ही यहां रहने वाले हजारों लोगों की परेशानी बढ़ गई थी। कई जगह ज्ञापन और सड़क जाम कर विरोध करने के बाद भी कहीं सुनवाई नहीं हुई थी।
तब अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया था। ऐसी कड़ाके की ठंड के बीच महिला पुरुष सभी डटे हुए थे। विधायक, पूर्व सांसद आदि जनप्रतिनिधि वहां पहुंचे मगर उन्होंने आश्वासन दिया मगर यह आश्वासन भी टॉय-टॉय फिस नजर आ रहा है। कोई न्याय नहीं मिला तो स्थानीय लोगों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी है। पहले दिन नवाबाद थाना क्षेत्र के पिछोर गुमनावारा निवासी राहुल राजपूत, नवाबाद थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर श्याम चोपड़ा के पास रहने वाला नारायण सिंह राजपूत, पिछोर गुमनावारा निवासी सुदीप दीक्षित, अर्जुन कुशवाहा और अजय शिवहरे शामिल है। इन पांचों लोगों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी है।
1970 से बसी आबादी को जेडीए करेगा बेघर
प्रदर्शन में शामिल राहुल राजपूत ने बताया था कि उक्त मकान 1970 से बनाये गये है। विगत दिनों जेडीए द्वारा इन मकानों को अवैध व नगर पार्क में आरक्षित होना बताया गया। और सभी को मकान खाली करने के नोटिस भेज दिए गए। जबकि सभी मकानों की रजिस्ट्री, रजिस्ट्री, नामान्तरण नियमानुसार किया गया है और तो और नगर निगम की तरफ से बिजली, पानी, सड़क जैसी अन्य सुविधायें उपलब्ध है।
चुनाव का करेंगे बहिष्कार
लोगों का कहना है कि 500 साल के बाद भगवान राम को सरकार की तरफ से नए घर में स्थापित किया जा रहा था। लेकिन झाँसी में हजारों लोगों को उनके ही घर से बेघर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस समय मकानों की रजिस्ट्री हो रही थी, उस समय यहां के अफसर क्या गहरी नींद में सोए हुए थे। ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। उनका कहना है कि मेहनत मजदूरी करके कैसे पैसा कमाया जाता है। मेहनत के पैसा से मकान भी खरीद लिया मगर उनके मकानों को ढहाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। यह तो झाँसीवासियों के साथ पूरी तरह से नाइंसाफी है।