Jhansi News: बवाल के बाद पैरामेडिकल कॉलेज प्रशासन की कार्रवाई, नर्सिंग के पांच छात्र, दो छात्राएं निष्कासित
Jhansi News: द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं का एक सप्ताह के लिए निष्कासन हुआ है। पुलिस प्रशासन मेडिकल कालेज में होने वाली हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।
Jhansi News: मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस और पैरामेडिकल कॉलेज के नर्सिंग छात्रों में हुए बवाल के बाद मलबा प्रशासन की नींद खुल गई है। इस बवाल के मद्देनजर पैरामेडिकल कॉलेज का प्रशासन हरकत में आ गया है। कॉलेज प्रशासन ने बवाल में शामिल पांच छात्र और दो छात्राओं को हॉस्टल और कक्षाओं से निष्कासित कर दिया है। इसमें तृतीय वर्ष के छात्र के खिलाफ 15 दिन के लिए कार्रवाई की गई है। जबकि, द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं का एक सप्ताह के लिए निष्कासन हुआ है। उधर, पुलिस प्रशासन मेडिकल कालेज में होने वाली हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।
सीसीटीवी फुटेज चिन्हित किए गए शामिल छात्र
मालूम हो कि पैरामेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य कार्यालय में तोड़फोड़ करने के बाद जांच समिति का गठन कर दिया गया था। समिति ने तोड़फोड़ और मारपीट में शामिल विद्यार्थियों को सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल से बनाए गए वीडियो के आधार पर चिह्नित किया। समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट पैरामेडिकल कॉलेज के निदेशक को सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज प्रशासन ने बीएससी नर्सिंग तृतीय सेमेस्टर के एक छात्र को 15 दिन के लिए छात्रावास और कक्षा से निष्कासित कर दिया गया है। वहीं, बीएससी नर्सिंग द्वितीय सेमेस्टर के चार छात्र और दो छात्राओं को सात दिन के लिए छात्रावास और कक्षा से निष्कासित किया गया है।
इन पर दर्ज हुआ था मुकदमा
राजस्थान के पोस्ट लंगरा निवासी राजेश मीना की तहरीर पर पुलिस ने आनंद कुमार यादव, सोनू राजपूत, गुलशन तथा 25-39 अज्ञात छात्रों के खिलाफ एक राय होकर वादी के साथ गाली गलौज कर जाति सूचक शब्द से अपमानित करने पर दफा 147, 323, 504, 506 एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था। वहीं, आनंद कुमार यादव निवासी चित्रकूट की तहरीर पर पुलिस ने राजेश मीणा. पुष्पेंद्र सिंह, गौरव वर्मा, रमाकांत व 40-50 छात्र अज्ञात लोगों के खिलाफ दफा 147, 323,504,506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसी तरह मालवा के सिक्योरिटी इंचार्ज स्विन्दर सिंह की तहरीर पर पुलिस ने आनंद यादव, प्रिंस, गुलशन, मंजीत, सोनू राजपूत, विकास व 40-50 छात्र, छात्राओं के खिलाफ दफा 147, 504,506,427 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
ऐसे हुआ था बवाल
मेडिकल कॉलेज में कुछ एमबीबीएस इंटर्न ने नर्सिंग छात्रों की पिटाई कर दी थी। इस घटना के बाद जमकर बवाल हुआ था। छात्रों ने डंडे-सरिया और हॉकी लेकर कैंपस में एक-दूसरे को दौड़ा-दौड़ा कर खूब पीटा। इसके बाद भी छात्र-छात्राओं का मन नहीं भरा तो उन्होंने कैंपस में घूम-घूमकर खूब तोड़फोड़ की। हंगामे के दौरान रात भर पूरा कैंपस पुलिस की छावनी बना रहा था।कॉलेज प्रशासन और पुलिस ने सख्ती बरतते हुए कैंपस में लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले तो सभी अवाक रह गए। फुटेज में दिख रहे छात्र-छात्राएं जिस तरह हंगामा करते नजर आ रहे थे उसे देखकर कोई नहीं कह सकता कि ये मेडिकल व पैरामेडिकल के छात्र हैं। छात्रों की भीड़ में जो जिसे पा रहा था, उसे पीट रहा था। इसी फुटेज में एक छात्रा वीडियो बनाती नजर आ रही है। वह बोल रही है-देखो-देखो कैसे मारपीट कर रहे, कैसे घूम रहे हैं। इसी फुटेज में एक लड़की बचाओ-बचाओ कहते हुए भागती दिख रही है। वहीं, इसके पास नजर आ रहे कुछ छात्र भी दिख रहे हैं, इन्हीं में एक छात्र एक छात्रा के बाल नोचते दिख रहा है। जबकि छात्रा उससे दूर भाग रही है।
फुटेज में कई अन्य छात्र भी दौड़ते हुए नजर आ रहे हैं। इस पूरे फुटेज में झाड़ियों के बीच का सूनसान रास्ता नजर आ रहा है। फिलहाल नर्सिंग छात्रों की पिटाई के दौरान एमबीबीएस इंटर्न पैरामेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ मारपीट और बाल खींचते दिखाई दे रहे हैं, ये वीडियो कैंपस में वायरल भी हो रहा है। इस मामले को मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ एन एस सेंगर ने गंभीरता से लिया है। वह गोपनीय तरीके से जांच करवा रहे हैं ताकि दोषी छात्रों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा सके।
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी नौ छात्रों का शांतिभंग में चालान कर दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य आरोपी छात्रों को चिह्नित किया जा रहा है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।