Jhansi News: घर से भागे हुए बच्चों का रक्षक बना RPF, 'ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते' के तहत 114 बच्चों को बचाया

Jhansi News: उत्तर मध्य रेलवे के झाँसी मंडल के सभी रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ प्लेटफार्मों पर रेलवे पुलिस और रेलवे कर्मचारियों ने ' ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते' के तहत इस काम को प्राथमिकता दी। इन 114 बच्चों में 58 लड़के और 56 लड़कियां शामिल हैं।

Report :  B.K Kushwaha
Update:2023-12-04 12:37 IST
आरपीएफ ने बच्चों को बचाया (Newstrack)

Jhansi News: रेलवे सुरक्षा बल को रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी के साथ ही वे 'ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते' के तहत बच्चों को बचाने की जिम्मेदारी भी निभाते हैं। इस ऑपरेशन के तहत उत्तर मध्य रेलवे के वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन की आरपीएफ ने 114 बच्चों को बचाया है। 

उत्तर मध्य रेलवे के झाँसी मंडल के सभी रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ प्लेटफार्मों पर रेलवे पुलिस और रेलवे कर्मचारियों ने ' ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते' के तहत इस काम को प्राथमिकता दी। इन 114 बच्चों में 58 लड़के और 56 लड़कियां शामिल हैं। चाइल्डलाइन जैसे एनजीओ की मदद से बच्चों को उनके माता-पिता से संपर्क कराया गया। घर में छोटे-मोटे झगड़ों या अन्य पारिवारिक समस्याओं के कारण, कुछ लोगों ने बेहतर जीवन और शहर की चकाचौंध आदि की तलाश में अपने परिवार को बताए बिना एक-दूसरे को छोड़ दिया।

बच्चों का बचाव और ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते 

अनेक कारणों से अपने परिवार से बिछुड़े/गुमशुदा बच्चों को उनके परिवार से मिलाने में आरपीएफ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस संबंध में भारतीय रेलवे ने ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते शुरु किया गया था और इस अभियान के तहत भारतीय रेलवे के संपर्क में आए 114 से अधिक बच्चों की देखभाल और सुरक्षा की आवश्यता थी, उन्हें छुड़ाया गया और उनके परिवारों को सौंपने से पहले संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया।


मानव तस्करी और ऑपरेशन एएएचटीयू

मानव तस्करों की योजनाओं का प्रभावी मुकाबला करने के लिए आरपीएफ की मानव तस्करी विरोधी इकाइयां भारतीय रेलवे पर थाना स्तर पर कार्यरत है। ये एएचटीयू मानव तस्करी को रोकने में शामिल एजेंसियों और गैर सरकारी संगठनों के साथ नियमित संपर्क में हैं और तस्करी के शिकार बच्चों को बचाने में उनकी सहायता कर रहे हैं।

उत्तर मध्य रेलवे झाँसी रेल मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि रेल सुरक्षा बल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त विवेकानंद नारायण के निर्देशन में वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र कुमार कौशिक के नेतृत्व में नन्हें फरिश्ते अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत बच्चे पकड़़े जाते हैं। उनका कहना है कि नाबालिग आमतौर पर अपने गंतव्य के बारे में जाने बिना ही घर से भाग जाते हैं। इनमें से कई तो अपने घर से भागने के बाद अपना नाम और पूरा पता तक नहीं बता पाते। ऐसे में आरपीएफ चाइल्डलाइन और पुलिस के साथ मिलकर इन बच्चों के परिवारों की तलाश करती हैं। उनका कहना है कि जो भी सुराग मिलते हैं, उनका इस्तेमाल कर बच्चों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करते हैं। 

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