Jhansi News: झांसी मंडल से चलाई गई पांच सौ से अधिक मेला स्पेशल ट्रेन
Jhansi News: वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी और ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया बनाया गया।;
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Jhansi News: महाकुंभ 2025 अपने समापन की तरफ अग्रसर है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के पावन पर होने वाले अमृत स्नान के साथ ही यह महापर्व संपन्न हो जाएगा। आस्था के महासागर प्रयाग तीर्थ के संगम तट पर चल रहे महाकुंभ के विराट आयोजन में दुनिया भर के श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। त्रिवेणी संगम में स्नान करने दिव्य लाभ प्राप्त करने वालों में झांसी मंडल के भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल थे।
इन सभी श्रद्धालुओं को तीर्थराज प्रयागराज तक सकुशल पहुंचाने के लिए झांसी रेल मंडल द्वारा भव्य इंतजाम किए गए। 45 दिन तक चले इस महापर्व में श्रद्धालुओं को सुव्यवस्थित और सकुशल तरह से पहुंचाने के लिए झांसी मंडल से पूर्व में घोषित स्पेशल ट्रेनों और अतिरिक्त मेला स्पेशल मिलाकर 500 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेन प्रयागराज के लिए चलाई गई। इन ट्रेनों से लगभग 15 लाख श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे और कुंभ में स्नान किया।
झांसी रेल मंडल द्वारा महाकुंभ 2025 के आरंभ से पहले ही भीड़ प्रबंधन और यात्री सुरक्षा के लिए तैयारी कर ली गई थी। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा द्वारा नियमित तौर पर बैठक कर सभी विभागों को समन्वय स्थापित कर इंतजाम करने के निर्देश दिए गए। विभिन्न जिलों के स्थानीय प्रशासन और पुलिस से वार्ता कर उनका भी सहयोग लिया गया। भीड़ प्रबंधन के लिए विभिन्न स्टेशनों पर अलग अलग प्रवेश और निकास पॉइंट चिह्नित किए गए। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी और ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया बनाया गया। श्रद्धालुओं के सैलाब के दृष्टिगत ऑन डिमांड ट्रेन भी चलाई गई। विशेष दिनों पर अतिरिक्त 10 से अधिक ट्रेन भी चलाए गए।
मंडल रेल प्रबंधक द्वारा नियमित निरीक्षण के माध्यम से स्टेशन पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को श्रद्धालुओं से विनम्र व्यवहार करने के भी निर्देश दिए गए। आरपीएफ, जीआरपी और कमर्शियल विभाग के कर्मयोगियों द्वारा बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांग यात्रियों की मदद गई। सिविल डिफेंस और स्काउट गाइड के स्वयंसेवकों ने भी कंधे से कंधा मिलाकर अपनी सेवाएं दी। श्रद्धालुओं को पंक्तिबद्ध तरीके से स्टेशन और कोच में प्रवेश दिया गया। सभी श्रद्धालु सुरक्षित वातावरण में प्रयागराज पहुंचे और पवित्र संगम में स्नान किया।
मानवीय भूल से हुई दुर्घटनाओं में कमी के साथ राजस्व की भी बचतः डीआरएम
झांसी। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि झांसी मंडल रेलवे यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं में सतत सुधार हेतु ऐसे कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है। झाँसी मंडल वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 30 फाटक बंद कर उनके स्थान पर आरयूबी / आरओबी का निर्माण कर चुका है। इससे मानवीय भूल से हुई दुर्घटनाओं में कमी के साथ राजस्व की भी बचत होती है।
रेलवे संरक्षा एवं अवसंरचना विकास के तहत झाँसी–कानपुर रेलखंड पर लालपुर–मलासा खंड के मध्य स्थित समपार फाटक (लेवल क्रॉसिंग) संख्या 213 को बंद कर इसके स्थान पर रोड अंडर ब्रिज चालू किया गया। वर्तमान वित्तीय वर्ष में मंडल के विभिन्न खण्ड झाँसी - मानिकपुर, खैरार-भीमसेन, झाँसी-ग्वालियर, ग्वालियर-धौलपुर, ग्वालियर-भिंड, ग्वालियर-श्योपुर कलां, बीना-झाँसी तथा झाँसी-कानपुर पर अब तक कुल 30 समपार फाटक बंद किए जा चुके हैं, और उनके स्थान पर आरयूबी / आरओबी का निर्माण किया गया है।
यह कार्य रेलवे के परिचालन दक्षता और संरक्षा बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। रेलवे नेटवर्क को अधिक आधुनिक और सुरक्षित बनाने के लिए लेवल क्रॉसिंग को समाप्त कर आरयूबी और आरओबी जैसी संरचनाओं का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। समपार फाटक के स्थान पर रोड अंडर ब्रिज बनाने का उद्देश्य सड़क और रेल यातायात को अधिक सुरक्षित एवं सुगम बनाना है, साथ ही ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की संभावनाओं को कम करना है।