Jhansi News: अलग बुंदेलखंड के लिए राजा बुंदेला ने फिर भरी हुंकार, पदयात्रा से की शुरुआत

Jhansi News: इस बार यह मांग किसी एक संगठन या दल विशेष की ओर से नहीं है बल्कि अनेक वर्षो से अपने राज्य के लिए संघर्षरत संगठनों ने एक मंच पर एकत्रित होकर इस मांग को उठाया है।

Report :  Gaurav kushwaha
Update:2024-10-24 18:35 IST

Jhansi News ( Pic- News Track)

Jhansi News: पृथक बुंदेलखंड राज्य के लिए बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चे की पदयात्रा के पहले चरण का गुरुवार को इलाईट चौराहे पर नुक्कड़ सभा के साथ समापन हो गया।समापन से पूर्व यात्रा का नेतृत्व कर रहे अभिनेता व बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला ने बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक स्व. शंकरलाल मेहरोत्रा के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि बुंदेलखंड राज्य की दबी चिंगारी अब एक बार फिर दहक उठी है। इस बार यह मांग किसी एक संगठन या दल विशेष की ओर से नहीं है बल्कि अनेक वर्षो से अपने राज्य के लिए संघर्षरत संगठनों ने एक मंच पर एकत्रित होकर इस मांग को उठाया है।

इन संगठनों ने इस बार बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चे का बैनर तैयार किया है और उनकी एकता का असर भी दिख रहा है। इससे पहले जेल चौराहे से यात्रा का आरम्भ रथ व डीजे के साथ सैकड़ों कार्यकर्त्ताओं के साथ हुआ। पदयात्रा के दौरान जय जय बुंदेलखंड के गगनभेदी नारे गूंजते रहे। यहां से काफ़िला जेल चौराहा, झोकनबाग़, नारायनधर्मशाला होते हुए इलाईट चौराहा पहुंचा जहां नुककड़ सभा हुई।

नुक्कड़ सभा को बुंदेलखंड क्रांति दल के अध्यक्ष सत्येंद्र पाल सिंह ने सम्बोधन देते हुए कहा कि अब बुंदेलखंड का ये आंदोलन रुकने वाला नहीं है। हमारा आंदोलन अहिंसक है। शिक्षक नेता अशोक राठौर ने कहा कि पदयात्रा का दूसरा चरण दीपावली बाद १० नवम्बर से झाँसी के मोंठ से शुरू होगा और कालपी में समाप्त होगा। बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हरिमोहन विश्वकर्मा ने कहा कि पृथक बुंदेलखंड की मांग के लिए केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने का यह सही समय है। इसके लिए 18 संगठन मिलकर आंदोलन कर रहे हैं। 12 अक्टूबर को ललितपुर जिले से शुरु हुई इस पदयात्रा 13 दिन चली। है। यात्रा संयोजक डॉ आश्रय सिंह ने कहा कि इस पदयात्रा को गाँव गाँव से जैसा समर्थन मिला है वह अद्वितीय है।

सभा में बुंदेलखंड क्रांति दल, बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा, बुंदेलखंड नवनिर्माण सेना, अपनों बुंदेलखंड ट्रस्ट, बुन्देली सेना, बुंदेलखंड अधिकार मंच, बुंदेलखंड सेना आदि जैसे डेढ़ दर्जन संगठनों के नेता मौजूद रहे। यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव बांसी, तालबेहट, मऊरानीपुर, गरौठा, गुरसराय आदि रहे और सभी जगह बुंदेलखंड का साथ देने को लोग बेताब दिखे। तालबेहट और मऊरानीपुर जैसे पड़ाव पर यात्रा को मिले समर्थन को देख दिग्गज राजनीतिक दल भी हैरान रह गए। इन जगहों पर जय जय बुंदेलखंड के नारो से कई घंटों तक आसमान गूँजता रहा।

यात्रा में राजा बुंदेला के अतिरिक्त अपनों बुंदेलखंड ट्रस्ट नोएडा के महेश सक्सेना, बुंदेलखंड विकास परिषद नोएडा के आदीश जैन, तालबेहट से विजय सोनी, मनोज त्रिपाठी, सचिन सिंह, प्रताप सिंह बुंदेला, भाजपा नेता, डॉ आर एन राय, वरिष्ठ पत्रकार सुधीर जैन, शिवम चौहान, पुष्पेंद्र सिंह, रुद्रप्रताप सिंह, एसपी सिंह, पुष्पेंद्र चौहान आदि साथ देते रहे। राजा बुंदेला ने कहा कि पृथक राज्य के लिए इस पदयात्रा में उमड़े जनसैलाब ने बुंदेलखंड राज्य के समर्थकों को नयी ताकत दी है। हमें आशा है केन्द्र सरकार बुन्देली भावनाओं का सम्मान करेगी और जल्द बुंदेलखंड राज्य की घोषणा करेगी। वैसे भी भाजपा आरम्भ से ही छोटे छोटे राज्यों के लिए पक्षधर रही है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों एक छोटे राज्य से आते हैं और छोटे राज्य की उपयोगिता को समझते हैं। हम जनता से यही अपील कर रहे है कि जो जहां है वहां से भी हमें समर्थन देगा तो जल्द बुंदेलखंड की आवाज उतनी सशक्त हो जाएगी कि सरकार इसे नजरअंदाज नहीं कर पाएगी।

यात्रा के दौरान विक्रम सिंह तोमर, जगदीश विश्वकर्मा, कालीचरण, अनवर खान, बाँदा से भानु मिश्रा, जयराम सिंह, नीरज निगम, फतेहपुर से प्रवीण पांडे, झाँसी से संजय शर्मा आदि सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

Tags:    

Similar News