Jhansi News: महाकुंभ स्नान को गया बुजुर्ग लापता, परिजन परेशान
Jhansi News: घनश्याम दास के पास न तो अतिरिक्त कपड़े थे और न ही पैसे, जिससे उनकी तलाश और भी मुश्किल हो गई है। जब साथी श्रद्धालुओं को इस बात का एहसास हुआ कि वह लापता हो गया हैं।;
Jhansi News: पूंछ थाना क्षेत्र के ग्राम बाबई से महाकुंभ स्नान करने गया एक बुजुर्ग श्रद्धालु के लापता होने की खबर से परिजनों में चिंता का माहौल है। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ के बीच बुजुर्ग लापता हो गया, जिसके बाद से उनके साथी और परिजन लगातार उनकी तलाश में जुटे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, ग्राम बाबई निवासी 65 बर्षीय घनश्याम दास गुप्ता, पुत्र बालकृष्ण, 27 जनवरी को अपने करीब आधा दर्जन साथियों के साथ महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गया था। बताया जा रहा है कि स्नान के दौरान अचानक भीड़ बढ़ गई और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिससे घनश्याम दास अपनी टोली से अलग हो गए।
घनश्याम दास के पास न तो अतिरिक्त कपड़े थे और न ही पैसे, जिससे उनकी तलाश और भी मुश्किल हो गई है। जब साथी श्रद्धालुओं को इस बात का एहसास हुआ कि वह लापता हो गया हैं, तो उन्होंने उसकी खोजबीन शुरू की। लेकिन काफी प्रयासों के बावजूद उनका कोई सुराग नहीं मिला। जैसे ही यह खबर बाबई गांव में उनके परिजनों को मिली, वे भी तुरंत प्रयागराज के लिए रवाना हो गए और अपने स्तर पर खोजबीन में जुट गए। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक घनश्याम दास का कोई पता नहीं चल पाया था।
परिजनों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन से मदद की अपील की है और विभिन्न स्थलों पर उनकी तस्वीरें व जानकारी साझा कर रहे हैं। प्रशासन से जल्द से जल्द उनकी तलाश करने की मांग की जा रही है ताकि घनश्याम दास सुरक्षित अपने घर लौट सकें। महाकुंभ में इस तरह के मामलों को देखते हुए प्रशासन पहले ही कई सुरक्षा उपाय कर चुका है, लेकिन भारी भीड़ के चलते श्रद्धालुओं के लापता होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। परिजन और साथी श्रद्धालु आशा कर रहे हैं कि घनश्याम दास जल्द मिल जाएंगे।
महाकुंभ में लापता हुईं दो बुजुर्ग महिलाएं, सकुशल घर लौटीं
पूंछ कस्बा से महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गईं दो बुजुर्ग महिलाएं 28 जनवरी को लापता हो गई थीं, वे 30 जनवरी की शाम को सकुशल अपने घर लौट आईं। उनके वापस लौटने से परिवारजनों ने राहत की सांस ली।
पूंछ कस्बा निवासी चुन्नी देवी और मिथिला देवी, 27 जनवरी को अन्य महिलाओं के साथ बस से महाकुंभ गई थीं। 28 जनवरी को स्नान के दौरान वह लापता हो गईं, जबकि बाकी 18 महिलाएं सही-सलामत लौट आईं। परिजनों ने प्रयागराज पहुंचकर दोनों की काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। लगातार दो दिनों तक परेशान रहने के बाद 30 जनवरी की शाम को दोनों महिलाएं अचानक घर लौट आईं। उनकी सकुशल वापसी से परिवार और गांव के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। महिलाओं ने बताया कि वह भीड़ में अपनी टोली से बिछड़ गई थी।
परिजन जीतू यादव ने बताया कि भीड़ के कारण वह रास्ता भटक गई थीं और कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से वापस घर लौट पाईं। उनके आने से पहले वह परेशान थे और सोशल मीडिया से उन्हें खोजने की सूचनायें प्रसारित कर रहे थे।