Jhansi News: वेल्डिंग बेल्ट से टकराई वंदे भारत, 40 मिनट देरी से हुई रवाना
Jhansi News: ग्वालियर होते हुए ट्रेन करीब 10.10 बजे मुरैना रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी, तभी वेल्डिंग बेल्ट से टकरा गई। उसके टकराते ही एक जोरदार धमाका हुआ और ट्रेन रुक गई।
Jhansi News: भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से हजरतनिजामुद्दीन जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस बुधवार को मुरैना के पास बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गई। मुरैना रेलवे स्टेशन के पास वंदे भारत एक्सप्रेस वेल्डिंग बेल्ट से टकरा गई। इसके बाद जोरदार धमाका हुआ। इस घटना के बाद करीब 40 मिनट तक वंदे भारत एक्सप्रेस मुरैना रेलवे स्टेशन के पास खड़ी रही। इस दौरान यात्री परेशान होते रहे हैं। मामले में जांच के आदेश दिए गए।
वेल्डिंग बेल्ट से टकराई ट्रेन
हादसा बुधवार को सुबह करीब दस बजे हुआ। ट्रेन अपने तय समय से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से सुबह 5.40 बजे रवाना हुई और वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन, ग्वालियर होते हुए ट्रेन करीब 10.10 बजे मुरैना रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी, तभी वेल्डिंग बेल्ट से टकरा गई। उसके टकराते ही एक जोरदार धमाका हुआ और ट्रेन रुक गई। इस धमाके से ट्रेन में बैठे लोगों में हड़कंप मच गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही मुरैना स्टेशन के रेलवे अधिकारी, पुलिस औऱ तकनीकी अमला मौके पर पहुंचा। उन्होंने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। इस टीम ने घटना के कारणों का पता लगाया गया।
40 मिनट तक खड़ी रही ट्रेन
बताते हैं कि मौके पर पहुंचे तकनीकी स्टाफ ने पूरी ट्रेन की जांच की। उन्हें वेल्डिंग बेल्ट दिखाई दिया। उन्होंने उसे हटाया और पूरी गाड़ी की जांच की। तकनीकी स्टाफ ने हर जगह जांच की, जहां उन्हें गड़बड़ी का अंदेशा था। इस वजह से ट्रेन को उसी जगह 40 मिनट खड़ा किया गया। तकनीकी स्टाफ जब संतुष्ट हो गया कि अब आगे कोई गड़बड़ी नहीं होगी, तब जाकर ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया गया।
आखिर कौन छोड़ गया वेल्डिंग बेल्ट
डाउन रेलवे लाइन पर मरम्मत का काम चल रहा था। इसमें गैंगमैन आदि लोग शामिल थे। यह कार्य रेल पथ निरीक्षक एस के सिंह के निर्देशन में किया जा रहा था। इसी बीच वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन के आने का संकेत मिला तो गैंगमैन वहां से भाग गए। तभी वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन का इंजन वेल्डिंग बेल्ट से टकरा गया। इस तरह के हादसे से रेलवे की क्षति हुई है। इसमें कहीं न कहीं रेलवे लाइन पर मरम्मत करने वाले रेलवे स्टॉफ की गलती मानी जा रही है। इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।