Jhansi News: बारिश से खेतों में खड़ी और कटी पड़ी गेहूं की फसल बर्बाद, किसान परेशान
Jhansi News: निरीक्षण में पाया गया कि अधिकांश मसूर, दलहन, सरसों व चना आदि की फसलें कट चुकी हैं। पर, गेहूं की फसलें कई जगह पर अभी भी खड़ी हैं। या खेतों में ही कटी पड़ी हैं।
Jhansi News: विगत दिवस हुई बारिश के चलते खेतों में खड़ी और कटाई व मढ़ाई के बाद पड़ी फसल भीग गई, जिससे फसलों को काफी नुकसान हुआ है। कई जगह ओलावृष्टि भी हुई, जहां अधिकांश फसलें कट चुकी थी। वहीं अभी भी मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी बारिश की संभावना है। किसानों पर मौसम की मार दो महीने में रुक रुक कर लगातार जारी है। ओलावृष्टि और बारिश से अधिकांश फसलें बरबाद हो चुकी हैं। इनका मुआवजा भी मिल चुका है।
विगत दिवस हुई बारिश को लेकर कृषि अधिकारियों द्वारा बारिश के कारण खराब फसलों को लेकर विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि अधिकांश मसूर, दलहन, सरसों व चना आदि की फसलें कट चुकी हैं। पर, गेहूं की फसलें कई जगह पर अभी भी खड़ी हैं। या खेतों में ही कटी पड़ी हैं। ज्यादातर फसल भीग चुकी है। कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर एमपी सिंह ने बताया कि सभी जगह टीमों को भेजा हुआ है। सभी जगह से अभी रिपोर्ट नहीं आई है। लेकिन, गेहूं के अलावा अधिकांश फसलें कट चुकी हैं।
गेहूं की फसल कई जगह 90 प्रतिशत कट चुकी है, तो कई जगह काम प्रारम्भ ही हुआ है। ओलावृष्टि और बारिश के कारण किसानों का नुकसान हुआ है। इसका बीमा कम्पनियों द्वारा सर्वे कर मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले का मुआवजा अधिकतर किसानों को मिल चुका है। वैसे मौसम विभाग ने सोमवार तक बारिश की संभावना बताई है, तो परिस्थिति को देखते हुए आगे की नीति बनाई जाएगी।
किसान बताते हैं...
कोटखेरा निवासी चंद्रपाल ने बताया कि विगत दिनों हुई बारिश के कारण कई खेतों में फसलों को नुकसान हुआ है। फसलों में किसानों को लागत निकलना तो दूर बीज वापस होने की उम्मीद नहीं हैं। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में इस बार सभी प्रकार की फसलें बहुत अच्छी बनी हुई थीं, लेकिन बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है।
ढिकौली निवासी सुखपाल ने बताया कि वर्षा के कारण फसल पूरी खराब हो गई है। गेहूं की फसलों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है। भोजला, बूढ़ा आदि क्षेत्रों में अभी कटाई व मढ़ाई का काम अभी प्रारम्भ ही हुआ था। ऐसे में बारिश के कारण सभी की फसलें भीग गईं। मौसम की मार से सभी ओर किसान बेहाल है।