Jhansi News: गेहूं क्रय केन्द्रों पर खरीदारी के साथ हो रहा रखरखाव और भण्डारण
Jhansi News: जनपद में गेहूं खरीद में अब काफी तेजी आती जा रही है। इसके तहत लगभग 1300 किसान अब तक 15 करोड़ से अधिक कीमत का गेहूं खरीद केंद्रों पर बेच चुके हैं।
Jhansi News: जनपद में गेहूं खरीद में अब काफी तेजी आती जा रही है। इसके तहत लगभग 1300 किसान अब तक 15 करोड़ से अधिक कीमत का गेहूं खरीद केंद्रों पर बेच चुके हैं। बात सिर्फ शुक्रवार की करें तो एक दिन में सत्तर केंद्रों पर पांच करोड़ रुपये की गेहूं खरीद हुई है। इस बार गेहूं खरीद एक अप्रैल से प्रारम्भ की गई है। अधिकारियों के अनुसार धान की फसल के कारण क्षेत्र में गेहूं की बुआई व कटाई देर से होने के कारण किसान केंद्रों पर काफी देर से आए। इस समय गुरसरांय व मोंठ में सबसे अधिक गेहूं की खरीद की जा रही है।
प्रदेश में इस बार 15 मार्च से गेहूं की खरीद की जानी थी, लेकिन यहां धान के कारण गेहूं की कटाई देरी से होने पर एक अप्रैल से प्रारम्भ की गई। इसका कारण क्रय केन्द्रों पर किसानों का न आना रहा। इस संबंध में डिप्टी आरएमओ नमन पाण्डेय ने बताया कि वर्तमान में जनपद में 78 क्रय केन्द्र बनाए गए हैं, जिसमें अभी भी आठ केन्द्र तकनीकी समस्या के कारण प्रारम्भ नहीं हो पाए हैं।
विगत आठ अप्रैल से गेहूं खरीद में तेजी आने के बाद अब 70 केन्द्रों पर किसान आ रहे हैं और देर रात तक खरीद की जा रही है। क्रय केन्द्रों पर 66360 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है। इसके तहत खाद्य विभाग द्वारा 23580, पीसीएस 22410, पीसीयू 7850, नेफेड 1300 और भारतीय खाद्य निगम द्वारा 12340 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई है।
बताते हैं क्रय केन्द्र प्रभारी
पुरानी गल्ला मण्डी में एफसीआई के गेहूं खरीद केन्द्र की प्रभारी रीना रानी ने बताया कि यहां कई दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। गेहूं की खरीद प्रारम्भ होने के बाद से ही न तो पूरी लेबर मिल पा रही है और न ही गोदाम में पूरा माल आ पा रहा है। गोदाम व लेबर को लेकर दिक्कत आ रही थी, जिसको लेकर मण्डी सचिव को अवगत कराया गया।
एफसीआई के क्रय केन्द्र प्रभारी कुशलेश सिंह ने बताया कि गोदाम छोटा है, ज्यादा किसान आने पर परेशानी है। बाहर नहीं रख सकते, क्योंकि मौसम का कोई भरोसा नहीं है। ज्यादा गेहूं आने पर उसको एफसीआई के गोदाम में भिजवाना पड़ता है। गल्ला मण्डी भोजला में चुनाव के कारण इस बार गेहूं क्रय केन्द्र पुरानी गल्ला मंडी में शिफ्ट किए गए हैं।
नेफेड के क्रय केन्द्र प्रभारी नरेन्द्र मिश्रा ने बताया यहां गोदाम की दिक्कत है। पांच सौ क्विंटल से अधिक गेहूं आने पर दिक्कत आती है। शासन द्वारा लेबर के लिए 20 रुपए तय किए गए हैं, लेकिन ठेकेदार की लेबर 35 रुपए मांग रही है। इसको लेकर किसानों को दिक्कत आ रही है।
एक अन्य केन्द्र के प्रभारी प्रसन्न गुप्ता के अनुसार उनके केन्द्र पर गेहूं की खरीद नहीं की जा रही है। उनके क्रय केन्द्र पर मसूर, चना और सरसों की खरीद की जा रही है। अभी तक उनके केन्द्र पर 300 क्विंटल मसूर और 160 क्विंटल सरसों की खरीद की गई है। चना अभी तक आया नहीं है।