जितिन के बाद यूपी में कांग्रेस की विधायक अदिति का भाजपा में जाना तय
रायबरेली से बागी विधायक अदिति सिंह के पार्टी विरोधी एक बयान से अब साफ हो गया है कि वह भी जल्द ही कांग्रेस किनारा करने को तैयार हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पहले से कमजोर पड़ी कांग्रेस में आज जितिन प्रसाद के पार्टी छोड़ देने से उसको बड़ा झटका लगा है। पिछले एक साल से उनके कांग्रेस छोडने की संभावनाए बन रही थी। कांग्रेस अपने इस नुकसान को लेकर आत्ममंथन कर ही रही थी कि तभी पार्टी विधायक अदिति सिंह ने हाईकमान को आत्ममंथन करने की नसीहत देते हुए खुली चुनौती दे दी। उन्होंने पार्टी हाईकमान को आईना दिखाते हुए इस बात के साफ संकेत दे दिए है कि अब वह इस दल में ज्यादा दिन नहीं टिक पाएगीं।
रायबरेली से बागी विधायक अदिति सिंह के पार्टी विरोधी एक बयान से अब साफ हो गया है कि वह भी जल्द ही कांग्रेस किनारा करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक परिवार की पार्टी बनती जा रही है।
जितिन प्रसाद का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए समस्या
रायबरेली सदर से विधानसभा पहुंचने वाली अदिति सिंह ने कहा कि जितिन प्रसाद का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए समस्या है। बड़े नेताओं को यूपी में जमीन पर काम करने की जरूरत है। आखिर बड़े नेता पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं? पार्टी आलाकमान इस पर आत्ममंथन करें। आने वाले समय मैं भी तय करूंगी कि किस पार्टी से चुनाव लड़ना है। भाजपा में उनका (जतिन) भविष्य उज्ज्वल होगा।
पार्टी लाइन के खिलाफ कई मामलों में आगे रही हैं अदिति सिंह
अदिति सिंह पहले भी पार्टी लाइन के खिलाफ कई मामलों में आगे रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली को भी कई बार सराहा है। पिछले साल दो अक्टूबर को जब उत्तर प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था तब भी उन्होंने पार्टी व्हिप के खिलाफ जाकर सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया था।
इसके बाद इसके बाद कांग्रेस ने उनके खिलाफ सीधी कार्रवाई करते हुए अदिति सिंह को सस्पेंड कर दिया था। साथ ही विधानसभा सदस्यता खारिज करने के लिए एक याचिका भी विधानसभा अध्यक्ष हदयनारायण दीक्षित के कार्यालय में दाखिल की थी, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।