जज वीरेन्द्र श्रीवास्तव का कोरोना से निधन, पीजीआई में चल रहा था इलाज
जज वीरेन्द्र श्रीवास्तव का आज निधन हो गया। वीरेन्द्र कोरोना से संक्रमित हो गए थे, जिसके चलते उनका पीजीआई(PGI) में इलाज चल रहा था।
लखनऊ: इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज वीरेन्द्र श्रीवास्तव का आज निधन हो गया। वीरेन्द्र कोरोना से संक्रमित हो गए थे, जिसके चलते उनका पीजीआई(PGI) में इलाज चल रहा था।
पीजीआई में जज वीरेन्द्र श्रीवास्तव का इलाज चल रहा था, जहां कोरोना से उनका निधन हो गया।
बता दें, जज वीके श्रीवास्तव जी ने वर्ष 1986 में लॉ किया। इसके बाद वर्ष 1988 में लॉ में पोस्ट ग्रेजुएशन किया।
सन् 2005 में उन्हें उच्च न्यायिक सेवा में नियुक्त किया गया और 2016 में जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया।
फिर बाद में उन्हें 20 सितंबर, 2016 से 21 नवंबर, 2018 तक सचिव (विधायी) के रूप में नियुक्त किया गया।
जज वीरेन्द्र श्रीवास्तव को 22 नवंबर, 2018 को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था और उन्होंने 20 नवंबर, 2020 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
वीरेन्द्र श्रीवास्तव को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी की वजह से उन्हें पीजीआई लखनऊ स्थानांतरित कर दिया गया, जहां आज उन्होंने दम तोड़ दिया।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मोहन एम. शांतनागोदर का निधन हो गया है। जज शांतनागोदर 62 वर्ष के थे। इस बारे में असिस्टेंट रजिस्ट्रार गगन सोनी ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को जस्टिस मोहन एम. शांतनागोदर का निधन हो गया है।
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम के प्राइवेट अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। न्यायमूर्ति शांतनागोदर को फेफड़े में संक्रमण के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह आईसीयू में थे। बता दें, वे केरल हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके थे।