इलाहाबाद: इलाहाबाद उच्च न्यायालय एवं लखनऊ खंडपीठ में अब ई कोर्ट (कागज रहित) के जरिए न्यायिक कार्य होंगे। जिसका शुभारंभ 19 अगस्त की शाम 5 बजे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर करेंगे।
गुरुवार (17 अगस्त) को इलाहाबाद हाईकोर्ट के सूचना प्रौद्योगिकी केन्द्र सभागार में हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति दिलीप गुप्ता एवं अंजनी कुमार मिश्र ने संयुक्त रूप से पत्रकारों को बताया, कि इसकी पहल चीफ जस्टिस दिलीप बी भोसले ने की थी।
21 अगस्त से सुचारू रूप से काम करेगा ई कोर्ट
जस्टिस गुप्ता ने बताया कि ई कोर्ट 21 अगस्त से सुचारू रूप से कार्य करना शुरू करेगी, जिसमें कंपनियों के मामले, रिवीजन 115 सीपीसी एवं ट्रांसफर एप्लीकेशन अंडर सेक्शन- 24 सीपीसी की सुनवाई कागज रहित होगी। जस्टिस गुप्ता ने बताया, कि ई कोर्ट में इलेक्ट्रॉनिक केस लिस्ट होगी, जो पीठासीन जज के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। जिसमें न्यायमूर्ति डिजिटल नोटिंग भी कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि न्यायमूर्ति अंजनी कुमार मिश्र एवं न्यायमूर्ति विवेक चौधरी ई कोर्ट में बतौर जज मुकदमों की सुनवाई करेंगे।
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ई फाइलिंग के लिए लगे कम्प्यूटर
जस्टिस दिलीप गुप्ता ने बताया कि लगभग 5 हजार केस फाइल को डिजिटिलाइजेशन किया जा चुका है। जल्द ही और कोर्टों में कागज रहित मुकदमों की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। अब वकीलों को वादकारियों के उक्त तीनों मामलों को सीडी, डीवीडी, पेन ड्राइव के जरिए ही दाखिल करने होंगे। ई फाइलिंग के लिए 10 कम्प्यूटर इलाहाबाद हाईकोर्ट में और 4 कम्प्यूटर लखनऊ खंडपीठ में स्थापित किए गए हैं।
स्कैनर भी लगाए गए
जस्टिस दिलीप गुप्ता ने बताया कि ई फाइल को इंटरनेट के जरिए भी अपग्रेड किया जा सकता है। पेपर फाइल को स्कैन करने के लिए ई फाइलिंग काउंटर के पास स्कैनर लगाए गए हैं। जिसके जरिए पुरानी फाइलों को स्कैन करने का कार्य किया जा रहा है। प्रेस वार्ता में महानिबंधक मो. फैज आलम खान, डीएम संजय कुमार, एसएसपी आनन्द कुलकर्णी आदि मौजूद रहे।