अंदर चल रहा था भाषण का दौर, बाहर बेटे के लिए इंसाफ मांग रही थी 80 साल अमरावती
प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दूसरे बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसेलिटी सेंटर के बाहर एक अजब नजारा दिखा। अपने बेटे के पाने की हसरत लिए एक बूढ़ी मां पहुंच गई। हाथों में तख्ती लिए ये वृद्धा पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की गुहार लगा रही थी।
वाराणसी: प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दूसरे बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसेलिटी सेंटर के बाहर एक अजब नजारा दिखा। अपने बेटे के पाने की हसरत लिए एक बूढ़ी मां पहुंच गई। हाथों में तख्ती लिए ये वृद्धा पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की गुहार लगा रही थी। वृद्धा का कहना था कि उसका बेटा पिछले 18 महीने से जेल में बंद है। बेटे की वतन वापसी की चाह लिए महिला पीएम और विदेश मंत्री से मिलने के लिए पहुंची थी।
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नेपाल जेल में बंद है बेटा
अस्सी साल की अमरावती के मुताबिक उसका बेटा महेंद्र वर्मा नेपाल में गाड़ी चलाने का काम करता था। 18 महीने पहले एक मामले में उसे जेल हो गई। तब से वह सलाखों के पीछे है। अमरावती के मुताबिक बेटे को छुड़ाने के लिए वह नेपाल गई लेकिन उसे नाकामी हाथ लगी। बेटे को छोड़ने की एवज में स्थानीय प्रशासन डेढ़ लाख रुपए मांग रहा है। अरमावती के अनुसार उसके पास इतना पैसा नहीं है कि वह अपने बेटे को जेल से छुड़ा सके। अमरावती विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलना चाहती थी, ताकि उसकी मदद हो सके।
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सात महीने से पीएमओ के काट रही है चक्कर
जिस वक्त ये बूढ़ी मां अपने बेटे के लिए गुहार लगा रही थी, उस वक्त ट्रेड फैसेलिटी सेंटर के अंदर भाषण का दौर चल रहा था। पास ना होने की वजह से सुरक्षाकर्मियों ने महिला को गेट के बाहर ही रोक दिया। हाथों में तख्ती लिए महिला आला नेताओं से मिलने की मिन्नतें कर रही थी। अमरावती के मुताबिक मदद की आस में वह पिछले सात महीने से रविंद्रपुरी स्थित स्थानीय प्रधानमंत्री कार्यालय के चक्कर काट रही है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई।