Kannauj News: बिजली की समस्या को लेकर परेशान हैं ग्रामीण, समस्या का समाधान न होने पर आत्महत्या करने की कही बात

Kannauj News: ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग बिल भी भरते हैं, इसके बावजूद बिजली विभाग के कर्मचारी बिल जमा करने के नाम पर हमसे पैसे ले लेते हैं और बिल भी जमा नहीं करते और न ही हमें पैसों की रसीद देते हैं

Update:2024-12-19 19:04 IST

बिजली की समस्या को लेकर परेशान है ग्रामीण, खेतों में सूख रही फसलें, समस्या का समाधान न होने पर आत्महत्या करने की कही बात (newstrack)

Kannauj News: कन्नौज जिले के गूरा गांव में इन दिनों बिजली विभाग की अव्यवस्था देखने को मिल रही है. बिजली विभाग के कर्मचारियों की अवैध वसूली से तंग आकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों पर अवैध वसूली का आरोप भी लगाया।

आपको बता दें कि उमर्दा ब्लॉक के गूरा गांव के लोग इन दिनों बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग बिल भी भरते हैं, इसके बावजूद बिजली विभाग के कर्मचारी बिल जमा करने के नाम पर हमसे पैसे ले लेते हैं और बिल भी जमा नहीं करते और न ही हमें पैसों की रसीद देते हैं. हम लोग इस समस्या से काफी समय से परेशान हैं. गांव के रहने वाले प्यारे लाल ने बताया कि यह लोग हमसे 500 रुपये जमा करवाते हैं, लेकिन न तो हमें रसीद देते हैं और जब तक हम पैसे देते हैं, तब तक केबल काट देते हैं और हर महीने जब फेस जोड़ते हैं तो 100 और 500 रुपये जमा करवाते हैं और पर्ची नहीं देते. जब से ये लोग गांव में आए हैं, तब से यही स्थिति है।

चंद्रावती ने बताया कि मैंने ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए ठेकेदार को एक लाख तीस हजार रुपए दिए थे लेकिन न तो मेरा कनेक्शन लगा और न ही मुझे मेरे पैसे वापस मिले। अशोक कुमार ने बताया कि चंदू नाम का व्यक्ति जो खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताता है, पूरे गांव से कनेक्शन जोड़ने के लिए पैसे लेता है और इसकी रसीद भी नहीं देता। बबलू बाथम ने बताया कि मेरे खेत की पानी सप्लाई का कनेक्शन दो महीने से कटा हुआ है, जिससे मेरी फसल सूख रही है और संतू दुबे जिससे चाहता है पैसे ऐंठ लेता है और जिसका चाहता है मनमाने तरीके से तार काट देता है और किसी से हजार तो किसी से पांच सौ रुपए लेकर तार जोड़ देता है।

मेरा कनेक्शन 2018 में हुआ था, तब से वह लगातार बिल के नाम पर हमसे पैसे ऐंठ रहा है और कभी हमसे हजार तो कभी पांच सौ रुपए ले लेता है और इसकी रसीद भी नहीं देता और अब कह रहा है कि बिल एक लाख दस हजार है। हम अपना पेट पालने के लिए रिक्शा चलाते हैं। अगर हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम खुद पर तेल छिड़क कर आत्महत्या कर लेंगे. इस दौरान पुत्ती लाल, जगदीश, सुभाष, अशोक, प्यारेलाल, देवीचरन, दीपू शर्मा, रघुवीर, राम विलास, रामकुमार, राजेंद्र, हवलदार, मुन्नू लाल रहे।

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