Kanpur Dehat Case: पीड़ित परिवार के परिजनों को दी 10 लाख रुपए की सहायता राशि, CM ने दिया हरसंभव मदद का भरोसा
Kanpur Dehat Case: कानपुर देहात अग्निकांड मामले में प्रदेश सरकार ने परिजनों को दी 10 लाख रुपए की सहायता राशि दी। सीएम योगी ने हर संभव मदद का दिया भरोसा।
Kanpur Dehat Case: कानपुर देहात में मां-बेटी की जलकर मौत मामले पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद गंभीर है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के निर्देश पर एक दिन पहले ही इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए। प्रदेश सरकार ने परिजनों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा की है। बुधवार (15 फ़रवरी) को बिठूर घाट पर परिजनों द्वारा शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
प्रदेश सरकार की ओर से परिजनों को घायल बेटों के इलाज के लिए प्रत्येक को 5 लाख रुपए (कुल 10 लाख रुपए) की सहायता राशि प्रदान की गई है। दोनों बेटों को सरकार की ओर से सुरक्षा भी प्रदान की गई है। इतना ही नहीं, गांव में सुरक्षा के सख्त इंतजाम भी किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए न सिर्फ मृतक के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थीं, बल्कि तुरंत जांच के भी आदेश दिए थे। वहीं, परिवार की ओर से भी मुख्यमंत्री योगी को एक अनुरोध पत्र भेजा गया है।
डेवलपमेंट-रेवेन्यू डिपार्टमेंट करेगी गांव का दौरा
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कहा है कि, प्रदेश में होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर वो बेहद सजग हैं। कानपुर देहात में घटी इस घटना पर जिले से लेकर राजधानी लखनऊ तक अधिकारी एक्शन में हैं। इसी क्रम में गुरुवार सुबह डेवलपमेंट डिपार्टमेंट और रेवेन्यू डिपार्टमेंट की टीमें गांव का दौरा करने पहुंच रही हैं। ये टीमें वहां आवास, वृद्धा पेंशन (Old Age Pension) और कृषि भूमि पट्टा से संबंधित कार्यवाही को अंजाम देगी। मृतका के पति का जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (GSVM Medical College) में इलाज चल रहा है। जीएसवीएम प्रशासन और प्रिंसिपल व्यक्तिगत तौर पर उनके इलाज की मॉनिटरिंग करेंगे।
कानपुर देहात मामला हाईकोर्ट पहुंचा
कानपुर देहात अग्निकांड में मां-बेटी की जलने से हुई मौत (Kanpur Dehat Fire Case) मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के समक्ष पत्र याचिका दाखिल की गई है। याचिका में घटनाक्रम के दौरान मौजूद सभी जिम्मेदार अधिकारियों के साथ-साथ जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच (Magisterial Inquiry) भी होगी। जिसे लेकर आदेश जारी हो चुके हैं। एडीएम जेपी गुप्ता (ADM JP Gupta) को जांच अधिकारी नामित किया गया है। मृतक के परिजनों ने डीएम नेहा जैन (DM Neha Jain) पर भी गंभीर आरोप लगाए। ऐसे में अब निष्पक्ष जांच की जिम्मेदारी ADM को सौंपी गई है।