Kanpur Fire: 50 से अधिक दमकल की गाड़ियां, 3 सेनाओं के सैकड़ों जवान, अभी भी सुलग रहा कांपलेक्स, 700 दुकानें खाक

Kanpur Fire: अभी तक 700 से अधिक दुकानें जलकर खाक हो गई हैं। आग से भारी नुकसान हुआ है। घटनास्थल का दृश्य भयावह है।

Update:2023-03-31 14:00 IST
Kanpur fire broke out

Kanpur Fire: कानपुर के सबसे बड़े होजरी मार्केट के रूप में जाने जाने वाले हमराज कॉम्पलेक्स में भीषण आग लग गई। जानकारी के मुताबिक, गुरूवार रात करीब 1 बजे आग लगी, जो घंटों धधकती रही। 700 से अधिक दुकानें जलकर खाक हो गई हैं। कानपुर के अलावा राजधानी लखनऊ और उन्नाव समेत आसपास के सात जिलों की फायर बिग्रेड टीम आग को बुझाने की जद्दोजहद में जुटी रही।

घटना स्थल पर पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक

यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक कानपुर पहुंचे है। डिप्टी सीएम ने कानपुर के कारोबारियों से बातचीत की है। उन्होने हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है। ताजा अपडेट के मुताबिक कानपुर में आग अभी भी धधक रही है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना और वायुसेना के जवान भी आग को काबू करने में जुटे हुए हैं। घटनास्थल से उठती आग की ऊंची-ऊंची लपटों ने इलाके में दहशत कायम कर दिया है। उठ रही लपटों की घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सेना के जद्दोजहद के बाद अभी भी कांपलेक्स धधक रहा है। कारोबारियों न केवल माल बल्कि जीवन भर पूंजी जलकर खाक हो गई।

सीएम योगी ने घटना का लिया संज्ञान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में आग की घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से इस संबंध में सारी जानकारी ली और राहत कार्य को तेजी से निपटाने का निर्देश दिया ताकि नुकसान को बढ़ने रोका जा सके। सीएम ने जिला प्रशासन को घायलों को फौरन अस्पताल ले जाने और उचित इलाज देने का निर्देश दिया। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।

बम की तरह फटने लगे बांस

देर रात भीषण आग के बीच अचानक ही धमाके की आवाज सुनकर लोग सहम गए। ऐसा लगा जैसे धधक रहे कॉंप्लेक्स में सिलेंडर फटा हो या फिर कोई बारुद। लेकिन यह आवाज आग की चपेट में आए बांस की थी। दमकल कर्मियों ने फ़ौरन नफीस टावर से सटे रखे बांस हटाए। तब जाकर सभी ने चैन की सांस ली।

धर्म और मजहब भूल एक-दूसरे की मदद को दौड़े लोग

धधकती आग के बीच भाईचारे और इंसानियत का अमूर्त उदाहरण पेश किया। चूंकि, रात 2 बजे के करीब आग ए.आर. टावर से शुरू हुई। आग ने महज एक घंटे से भी कम समय में आसपास के तीन और कॉम्प्लेक्स को आगोश में ले लिया था। इस बीच तड़के सहरी को उठे नमाजी सहरी के बाद कॉम्प्लेक्स की ओर दौड़े और वहां व्यापारियों की दुकान में भरा माल निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में मदद की। संकटकाल में सभी निस्वार्थ भाव से एक दूसरे की मदद को आगे आए।

आग और पानी दोनों ने कहीं का ना छोड़ा

रौद्र रूप ले चुकी आग ने देखते ही देखते कुछ देर में पूरे ए.आर. टावर को आगोश में ले लिया। इसे देखकर बगल में बने अर्जुन टावर, मसूद कॉम्प्लेक्स व नफीस टावर में दुकान किये जो लोग मौके पर पहुंच सके उन्होंने अपनी दुकानों से कुछ माल बाहर निकाल लिया। लेकिन कुछ देर बाद तेज बारिश से माल भीग गया। लोगों के मुंह से बरबस यही निकला.... आग और पानी दोनों ने बरबाद कर दिया।

स्थानीय प्रशासन नदारद, पुलिस रही चौकन्नी

अग्निकांड के दौरान देर रात से लेकर सुबह नौ बजे तक जिलाधिकारी, एसडीएम, एसीएम आदि कहीं पर भी नहीं दिखे। देर रात आग की जानकारी लगते ही पुलिस आयुक्त व ज्वाइंट कमिश्नर करीब 30 थानों के फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे। सभी डीसीपी और एडीसीपी समेत करीब डेढ़ दर्जन आईपीएस अधिकारी हर पल मौके पर बने रहे और अपने निर्देशन में आग पर काबू पाया।

लुटेरे भी हुए सक्रिय

एक तरफ हर कोई संकटकाल में एक दूसरे की मदद को आगे आ रहा था लेकिन इसी बीच मौका देखकर कुछ संदिग्ध दुकानदारों के बाहर रखे माल की हेराफेरी करने से बाज नहीं आए। हालांकि लोगों की सजगता से चोरी जैसी घटना होने से बची। लेकिन कुछ एक दुकानदारों की कुछ गठरियां गायब होने की शिकायतें आईं।

करीब 15 लोग ए.आर टावर में सोते थे, दो अब भी लापता
आग लगने की जानकारी मिलते ही लोग हमराज और उसके आसपास की मार्केट में रहकर काम करने वाले अपनों की तलाश में जुट गए। दो व्यक्तियों को छोड़कर बाकी सभी खैरियत से मिले। हमराज के पास रहने वाले विनोद साहू ने बताया उनका बहनोई ज्ञान चंद साहू (38 वर्ष) ए.आर टावर की छत पर सोया था। लेकिन रात 12 बजे के करीब पड़ी बूंदों के चलते वह टावर की छत से नीचे उतरा था और किसी फ्लोर में सो गया। उसका देर शाम तक पता नहीं चला। जबकि उसके भाई को आग से बचकर भागते समय उसका फोन छत पर पड़ा मिला। वहीं ए.आर. टावर के पास रहने वाला एक चौकीदार भी लापता है। उसका न तो फोन लगा और न ही कोई खबर लग सकी।

DM से मदद की आस में बैठा रहा ज्ञान चंद का परिवार

लापती ज्ञान चंद की पत्नी दीपा बच्चों राज (15 वर्ष) और अंश (13 वर्ष) के साथ ए.आर. टावर के सामने सुबह से खड़ी रही। इस बीच डीएम विशाख जी चंद मिनट के लिये आए और कब चले गए उसे पता ही नहीं लगा। डीएम से मदद की आस में उसे किसी मदद का आश्वासन तक न मिल सका। हालांकि पुलिस ने दमकल कर्मियों को बीओएस सूट पहनाकर कुछ अंदर भेजा लेकिन आग की तेजी के चलते कुछ भी पता न चल सका। देर शाम तक ज्ञानचंद की खोज जारी रही।

अंदर ही अंदर जुड़ी दुकानें तबाही की जिम्मेदार

दरअसल, जिन कॉप्लेक्स में आग लगी उनमें बेसमेंट से लेकर चार मंजिल तक निर्माण है। जिसमें सभी तलों में दुकानें बनी हैं। देखने में भले ही यह अलग-अलग चार टावर भले लगें लेकिन यह सभी आपस में जुड़े हैं। जिसके चलते ए.आर. टावर की दूसरी मंजिल से शुरु हुई आग ने कुछ देर में पांच कॉम्प्लेक्स की करीब एक हजार दुकानों को अपने आगोश में ले लिया।

मसूद कॉम्प्लेक्स की हालत सबसे खराब, सभी होंगे सीज

सीएफओ दीपक शर्मा ने बताया कि कई घंटों की आग से मसूद कॉम्प्लेक्स सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। सब कुछ जलने के बाद भी इसमें आग 10 घंटे से ज्यादा समय तक लगातार धधकी। जिसके चलते यह बिलकुल भी उपयोग के लायक नहीं रहा। ठंड़ा होते ही पूरी संभावना है कि यह भरभराकर ढह न जाए। जिसके चलते इसे सील करना ही उचित होगा। बाकि अन्य टॉवर्स का भी यही हाल है। कई दुकानों का तो लेंटर ढ़ह चुका है। बाकी चीजें आग ठंडी होने के बाद स्पष्ट होंगी।

अखिलेश यादव बोले मुआवजे की घोषणा करे सरकार

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ट्वीट कर लिखा कि कानपुर कपड़ा मंडी में लगी आग, पहले से ही नोटबंदी, जीएसटी के छापों व मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों के लिए आर्थिक व मानसिक रूप से एक और गहरी मार है। उप्र भाजपा सरकार व्यापारियों को हुई हानि का तत्काल आंकलन कर सच्चे मुआवज़े की तुरंत घोषणा करे। दमकल की क्षमता का भी आंकलन हो।

अरबों रूपये का हुआ नुकसान

हमराज कॉम्पलेक्स में लगी भीषण आग में 700 से अधिक दुकानें जलकर खाक हो गई हैं। दुकानों में रखे करोड़ों का माल आग में स्वाहा हो गया। बताया जा रहा है कि आग संभवतः शॉट सर्किट के कारण लगा होगा। तेज हवा के कारण आग ने जल्दी रफ्तार पकड़ी और देखते ही देखते ही तीन मंजिला इमारत को पूरी तरह से अपने आगोश में ले लिया। आग के कारण एआर टॉवर, अर्जुन कॉम्प्लेक्स, नफीस टॉवर और मसूद कॉम्प्लेक्स की दुकानें भी जलकर खाक हो गई।
कानपुर कपड़ा मार्केट में काम करने वाले उमेश सिंह ने बताया इस आग में प्रत्येक व्यापारी का लाखों का नुकसान हुआ है जिसमें तमाम माल उधारी पर भी आया हुआ था। वह लोग पूरी तरह से बर्बाद हो गए लोगों के घरों में चूल्हे जलने का संकट हो गया पूरी मार्केट स्वाहा हो गई है। उनका कहना है कि कुल नुकसान का आकलन किया जाए तो यह अरबों की क्षति होगी। लोगों का यह भी कहना है कि इसमें किसी साजिश की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
भीषण आग को देखते हुए बासमंडी की ओर जाने वाली सड़कों को ब्लॉक कर दिया गया है। करीब एक किमी का एरिया पूरी तरह से सील है। घटनास्थल पर कानपुर संभाग के तमाम वरीय पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं।

ज़िलाधिकारी कानपुर नगर विशाख जी अय्यर ने बताया कि आग पर काबू पाने में काफी हद तक सफलता मिली है। अभी भी धुआं निकल रहा है। उसको नियंत्रित करने के लिए योजना बनाई गई है। हमारे पास पर्याप्त संसाधन हैं।

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