Kanpur News: कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अलविदा की नमाज, ड्रोन कैमरो से रखी गई नजर
Kanpur News: अलविदा की नमाज को लेकर पुलिस सुबह से ही गस्त कर रहीं है। सभी थाना प्रभारी अपने अपने थाना क्षेत्र में फोर्स के साथ पैदल गस्त कर रहे हैं। वहीं, अराजक तत्वों पर कड़ी नजर रखें हुए है।
Kanpur News: कानपुर शहर में पुलिस द्वारा होली और गंगा मेला पर्व को बड़े ही शांति से सपन्न कराने के बाद अब अलविदा की नमाज और ईद की तैयारी कर ली गई है। अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने आज होने वाली अलविदा की नमाज को देख देर रात से ही शहर की सभी नमाज स्थलों पर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था करा दी थी। वहीं, नमाज को सुरक्षा व्यवस्था में संपन्न कराने के लिए आज सुबह से ही खुद सड़क पर उतर आए। शहर के सभी धर्मगुरुओं के साथ बातचीत कर शांति व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही सड़क पर नमाज न अदा हो सके इसके कड़े निर्देश दिए है।
सड़क पर न पढ़ी जाए नमाज
आज सुबह से ही पुलिस रूट मार्च के साथ संवदेनशील क्षेत्रों में पैदल गस्त कर रही है। वहीं, खुफिया तंत्र को भी लगा दिया गया है। साथ ही साथ शहर के जितनी भी शांत समितियां है। उनके साथ बैठक की है। वहीं, एलआईयू को भी हर छोटी सूचना पर तुरंत कार्यवाही करने को कहा गया है। वहीं, मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में ड्रोन से नज़र रखी जा रही है। वहीं, तंग गलियों में पुलिस गस्त कर रही है। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस की पैनी नज़र बनी हुई है।
शहर काजी हाफिज अब्दुल कुदुस हादी ने अलविदा जुमा और ईद की नमाज को लेकर सड़क पर न अदा करने की अपील की। साथ ही साथ नमाज ईदगाह के अंदर ही अदा की जाए, न कि बाहर दरी बिछा कर की जाए। वहीं, नमाज के समय ईदगाह के अंदर ही रहे। जिससे यातायात प्रभावित न हो। वहीं पुलिस का सहयोग भी दे।
सुबह से ही पुलिस गस्त पर
अलविदा की नमाज को लेकर पुलिस सुबह से ही गस्त कर रहीं है। सभी थाना प्रभारी अपने अपने थाना क्षेत्र में फोर्स के साथ पैदल गस्त कर रहे हैं। वहीं, अराजक तत्वों पर कड़ी नजर रखें हुए है। अपर पुलिस आयुक्त सभी क्षेत्रों पर निगाह बनाए हुए हैं। साइबर सेल की टीम भी लगी हुई है। वहीं, सोशल मीडिया पर नज़र बनी हुई है। कोई भी गलत संदेश दिखते ही तत्काल कार्यवाही करने की बात कही है।
बड़ी ईदगाह और बाबूपुरवा में होती है लाखों की भीड़
शहर में ईदगाह और बाबूपुरवा ईदगाह में लाखों की भीड़ होती है। जहां आज अलविदा की नमाज पढ़ी गई। वहीं, एक दूसरे को मुबारक बधाई दी। आज अलविदा जुमा मनाया जाएगा। वैसे तो रमजान में हर जुमे की अपनी अहमियत है। लेकिन, मुस्लिम समुदाय के लिए अलविदा जुमा एक अलग ही महत्व रखता है। अलविदा जुमा को अरबी में 'जमात-उल-विदा' भी कहा जाता है। रमजान के महीने में मुसलमान पूरे 29 या 30 दिन तक रोजा रखते हैं। जहां चार हफ्ते रोजे की मुद्दत होती है। इन चार हफ्तों में जो आखिरी जुमा होता है, वही अलविदा जुमा कहलाता है।